कोरोना काल में चीन ने किया कमाल, शुरू की दुनिया की सबसे तेज 600 किमी/घंटे की रफ्तार वाली मैग्लेव ट्रेन
इस ट्रेन में 10 डिब्बे लगाए जा सकते हैं। प्रत्येक की क्षमता 100 यात्रियों की होगी। यह ट्रेन 1,500 किलोमीटर के दायरे में यात्रा की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ समाधान है।
बीजिंग। चीन ने मंगलवार को अपनी द्रुत गति की मैग्लेव ट्रेन की शुरुआत की। इस ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 600 किलोमीटर प्रति घंटे की है। आधिकारिक मीडिया के अनुसार यह जमीन पर दौड़ने वाला सबसे तेज वाहन है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, नई मैग्लेव परिवहन प्रणाली की सार्वजनिक तौर पर शुरुआत चीन के तटीय शहर किंगदाओ में हुई है। द्रुत गति की मैग्लेव ट्रेन परियोजना की शुरुआत अक्टूबर, 2016 में हुई थी।
एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की इस ट्रेन का प्रोटोटाइप बनाया गया था। इसका सफल परीक्षण जून, 2020 में हुआ। परियोजना के मुख्य अभियंता डिंग सान्सान ने कहा कि इस ट्रेन में 10 डिब्बे लगाए जा सकते हैं। प्रत्येक की क्षमता 100 यात्रियों की होगी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन 1,500 किलोमीटर के दायरे में यात्रा की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ समाधान है। परंपरागत ट्रेनों की तरह मैग्लेव रेल के पहिये रेल ट्रैक के संपर्क में नहीं आते हैं।
महामारी के दौरान भारत में राजमार्गों का निर्माण काफी तेजी से बढ़ा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी की वजह से लगाए गए अंकुशों के दौरान देश में राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण काफी तेजी से बढ़ा है। गडकरी ने सोमवार को कहा कि 2020-21 में राजमार्गों का निर्माण 36.5 किलोमीटर प्रतिदिन के स्तर पर पहुंच गया। यह राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की सबसे तेज रफ्तार है। गडकरी ने कई ट्वीट कर कहा कि भारत ने 2.5 किलोमीटर की चार लेन की कंक्रीट की सड़क का निर्माण सिर्फ 24 घंटे में पूरा कर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
इसके अलावा 26 किलोमीटर की एक लेन की बिटुमन की सड़क का निर्माण सिर्फ 21 घंटे में पूरा किया गया है। मंत्री ने कहा कि निर्माण की इस रफ्तार को कायम रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें ठेकेदारों को समर्थन, ठेका प्रावधानों में ढील, उप-ठेकेदारों को सीधे भुगतान तथा ऑन-साइट मजदूरों के लिए खाने-पीने के अलावा चिकित्सा की सुविधा शामिल है। गडकरी ने कहा कि इन परियोजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण के लिए निर्माण उच्च भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) के मानदंडों के अनुरूप किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नीति दिशानिर्देशों के अद्यतन को गुणवत्ता नियंत्रण क्षेत्र बनाया गया है।
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