नई दिल्ली। संकटग्रस्त बैंको को बचाने के लिए सरकार ने कई कमजोर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 7,577 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह पूंजी निवेश उचित समय पर किया गया है और यह इन बैंकों को पूंजी पर्याप्ता को बढ़ाने में मदद करेगा ताकि वे दिसंबर तिमाही के लिए अपनी बुक को स्वस्थ्य हालत में दिखा सकें।
सरकार ने 2,257 करोड़ रुपए का ताजा निवेश बैंक ऑफ इंडिया में किया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक को हाल ही में तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के तहत निगरानी में रखा है। इस ताजे पूंजी निवेश में दूसरा सबसे ज्यादा फायदा आईडीबीआई बैंक को हुआ है। सरकार ने इसमें 2,729 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को सरकार से 323 करोड़ रुपए की मदद मिली है। देना बैंक को सरकार से ताजा पूंजी निवेश चक्र में 243 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। वहीं यूको बैंक, जो एक अन्य कमजोर सरकारी बैंक है, को सरकार से 1375 करोड़ रुपए की मदद मिली है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र को सरकार से इस ताजा चरण में 650 करोड़ रुपए की पूंजी प्राप्त हुई है।
ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन (एआईबीईए) के जनरल सेक्रेटरी सीएच व्यंकटचलम ने इन छह सरकारी बैंकों को पूंजी दिए जाने के सरकार के इस कदम पर कहा कि यह पूंजी मदद इन कमजोर बैंकों को तत्काल समस्या से निपटने में मदद करेगी।
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