नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का दिसंबर 2020 में खत्म हुई तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ 6.5 फीसदी बढ़ा है, इसके साथ ही तिमाही के दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार देखने को मिला है और प्रोविजन भी घटे हैं।
बैंक ने मंगलवार को अपने तिमाही नतीजों की जानकारी देते हुए कहा कि दिसंबर 2020 में खत्म हुई चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 6.5 प्रतिशत बढ़कर 165.41 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने इससे पिछले साल की समान अवधि में 155.32 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। वहीं बैंक की वर्ष 2020-21 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान कुल आय घटकर 6,556.98 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले साल की समान तिमाही में 7,278.29 करोड़ रुपये थी। यानि आय में करीब 10 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज आय घटकर 5,782.61 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 6,028.88 करोड़ रुपये थी।
तिमाही के दौरान बैंक के एनपीए सुधरे हैं। तिमाही के दौरान बैंक के ग्रॉस एनपीए 16.3 प्रतिशत के स्तर पर आ गए हैं, जो कि पिछले साल की इसी अवधि में 19.99 प्रतिशत के स्तर पर थे। मूल्य में ग्रॉस एनपीए 29486 करोड़ रुपये के स्तर पर रहे हैं जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 33259 करोड़ रुपये के स्तर पर थे। वहीं नेट एनपीए पिछले साल के मुकाबले 9.26 प्रतिशत से घटकर 4.73 प्रतिशत के स्तर पर आ गए। वैल्यू में नेट एनपीए 13568 करोड़ रुपये से घटकर 7514 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गए हैं। इसके साथ ही प्रोविजन भी पिछले साल के मुकाबले 1249 करोड़ रुपये से घटकर 743 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गए।
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