मुंबई। डिजिटल प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रयोग की वजह से घरेलू सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग में कामकाज की प्रकृति में बदलाव आ रहा है। ऐसे में IT कंपनी Capgemini के मुखिया का मानना है कि क्षेत्र का ज्यादातर श्रमबल ऐसा है जिनके पास आगे के लिए कौशल का अभाव है। ऐसे में आने वाले समय में मध्यम और वरिष्ठ स्तर पर बड़े पैमाने पर छंटनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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Capgemini इंडिया के मुख्य कार्यकारी श्रीनिवास कांडुला ने बीते सप्ताह कहा
मैं बहुत निराशावादी नहीं हूं। लेकिन यह चुनौतीपूर्ण काम है। मेरा मानना है कि 60 से 65 प्रतिशत कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें प्रशिक्षित नहीं किया जा सकता।
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ज्यादातर कर्मचारियों को नहीं किया जा सकता प्रशिक्षित
- फ्रांसीसी कंपनी की भारतीय इकाई में करीब एक लाख इंजीनियर कार्यरत हैं।
- कांडुला ने नास्कॉम के लीडरशिप सम्मेलन में कहा कि बड़ी संख्या में कर्मचारी ऐसे हैं जिनको प्रशिक्षित नहीं किया जा सकता।
- देश में मध्यम से वरिष्ठ स्तर पर बड़े पैमाने पर बेरोजगारी देखने को मिलेगी।
इसलिए नहीं किया जा सकता कर्मचारियों को प्रशिक्षित
- उन्होंने IT कार्यबल की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाया।
- उन्होंने कहा कि 39 लाख आईटी कर्मचारियों में से ज्यादातर निचले ग्रेड के इंजीनियरिंग कॉलेजों से आए हैं, जो ग्रेडिंग का बेहतर तरीका अख्तियार नहीं करते।
- इससे कुछ दिन पहले उद्योग संगठन नास्कॉम ने कहा था कि करीब 15 लाख IT कर्मचारियों को नए सिरे से प्रशिक्षित करने की जरूरत है।
- कामकाज की प्रकृति में बदलाव और डिजिटल प्रौद्योगिकियों की वजह से कर्मचारियों को नए सिरे से प्रशिक्षण देना होगा।
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