नई दिल्ली। व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स कैट ने सरकार को सुझााव दिया है कि शराब की बिक्री सिर्फ डिजिटल भुगतान से की जानी चाहिए। वित्त मंत्री अरुण जेटली को लिखे पत्र में कैट ने कहा कि शराब की बिक्री डिजिटल तरीके से किए जाने से कालेधन पर भी कुछ हद अंकुश लग सकेगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने पत्र में कहा है कि शराब हालांकि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन इसके बावजूद हर साल इसकी बिक्री बढ़ रही है। ऐसे में यदि शराब की बिक्री के लिए डिजिटल भुगतान को अनिवार्य कर दिया जाए, तो इससे स्वत: ही डिजिटल भुगतान बढ़ेगा।
कैट ने कहा है कि शराब की बिक्री पूरी तरह नकद में होती है, ऐसे मे इसका डिजिटल भुगतान अनिवार्य करना काफी अच्छा साबित हो सकता है। पत्र में कहा गया है कि शराब खरीदने के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वॉलेट और भुगतान एप का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा शराब की दुकानों पर क्यूआर कोड लगाया जाना चाहिए जिससे ग्राहक इसे स्कैन कर अपने मोबाइल से भी भुगतान कर सके। एक अनुमान के अनुसार 2015 में देश में स्पिरिट, वाइन और बीयर की बिक्री 1.5 लाख करोड़ रुपये रही थी। यह सालाना 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
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