नई दिल्ली। डेटा विश्लेषण कंपनी डन एण्ड ब्राडस्ट्रीट (डीएंडबी) के एक सर्वेक्षण के मुताबिक त्योहारी मौसम के दौरान खपत बढ़ाने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों से अक्ट्रबर- दिसंबर तिमाही के दौरान कारोबारी आशावाद में बढ़ोतरी हुई है। सर्वेक्षण में कहा गया कि कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों और मृत्यु दर में कमी के चलते भी कारोबारी भावनाएं मजबूत हुईं हैं। डन एण्ड ब्राडस्ट्रीट कम्पोजिट कारोबारी आशावाद सूचकांक अक्टूबर-दिसंबर 2020 के दौरान 46.2 पर रहा, जो इससे पिछली तिमाही (जुलाई- सितंबर) की तुलना में 57.4 प्रतिशत अधिक है।
ताजा सर्वेक्षण सितंबर- अक्टूबर में किया गया। इसमें 350 सीईओ तथा प्रबंध निदेशक शामिल हुए। सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि औद्योगिक क्षेत्र की तुलना में सेवा क्षेत्र की उम्मीद कमजोर रही। डीएंडबी के वैश्विक मुख्य अर्थशास्त्री अरुण सिंह ने कहा कि अनलॉक के चौथे और पांचवें चरण में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने के चलते मांग बढ़ने से विनिर्माण क्षेत्र में आशावाद बढ़ा है।
कल ही वित्त मंत्री ने एक और राहत पैकेज का ऐलान किया है। इंडस्ट्री की माने तो इस कदम से मांग बढ़ेगी। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी गुरुवार को कहा कि एक लंबे और कड़े लॉकडाउन के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत में जोरदार सुधार देखने को मिल रहा है। अर्थव्यवस्था में सुधार का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कंपनियों के कारोबार की गति का संकेत देने वाला कंपोजिट परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अक्टूबर में बढ़कर 58.9 रहा, जो इससे पिछले महीने में 54.6 था। उन्होंने कहा कि अक्टूबर के दौरान ऊर्जा खपत में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह 10 प्रतिशत बढ़कर 1.05 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया। वित्त मंत्री ने कहा कि दैनिक रेलवे माल ढुलाई में औसतन 20 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है। उन्होंने आगे कहा कि बैंक ऋण में भी 5.1 प्रतिशत का सुधार हुआ है। इसके अलावा अप्रैल-अगस्त में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 13 प्रतिशत बढ़कर 35.37 अरब अमरीकी डालर रहा।
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