नई दिल्ली। इंजीनियरिंग समेत विभिन्न कारोबार से जुड़ी लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) को सरकार से मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना से जुड़ा 25,000 करोड़ रुपए का ठेका हासिल हुआ है। यह ठेका मुंबई-अहमदाबाद के बीच महत्वकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के हिस्से के क्रियान्वयन के लिए दिया गया है। एलएंडटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमणियम ने बुधवार को वित्तीय परिणाम की घोषणा के दौरान संवाददाताओं से कहा कि हमने सरकार से अब तक का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित अनुबंध हासिल किया है। यह 25,000 करोड़ रुपए का ऑर्डर है। यह हमारे लिए सबसे बड़ा अनुबंध है। साथ ही इतनी बड़ी राशि का यह सबसे बड़ा एकल ऑर्डर है, जिसे सरकार ने दिया है।
उन्होंने कहा कि अनुबंध के तहत परियोजना को चार साल में पूरा करना है। उल्लेखनीय है कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था। इसमें परियोजना का गुजरात में पड़ने वाला हिस्सा शामिल है। सात बोलीदाता 508 किलोमीटर लंबी परियोजना के लिए पात्र पाए गए थे। बुलेट ट्रेन से अहमदाबाद से मुंबई दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा। इस निविदा में गलियारे के करीब 47 प्रतिशत हिस्से को रखा गया, जो गुजरात में वापी से वड़ोदरा के बीच है।
एलएंडटी का दूसरी तिमाही मुनाफा 45 प्रतिशत घटा
एलएंडटी का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 45 प्रतिशत घटकर 1,410 करोड़ रुपए रहा। कोविड-19 महामारी का असर कंपनी के मुनाफे पर भी पड़ा है। पिछले साल समान तिमाही में कंपनी को 2551.67 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने कहा कि यदि इस तिमाही के दौरान की गई संपत्ति बिक्री को भी इसमें शामिल किया जाए तो सितंबर, 2020 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 5,520 करोड़ रुपए होगा।
दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने अपना इलेक्ट्रिकल और ऑटोमेशन बिजनेस फ्रांस की श्नाइडर इलेक्ट्रिक को 11,000 करोड़ रुपए में बेचा है। टैक्स के बाद कंपनी का शुद्ध लाभ 8,101 करोड़ रुपए बैठता है। जुलाई-सितंबर, 2020 तिमाही में कंपनी की कुल आय 31,593.77 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल समान तिमाही में 35,924.89 करोड़ रुपए थी। तिमाही के दौरान कंपनी का खर्च घटकर 29,455.57 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 32,622.14 करोड़ रुपए था।
Latest Business News