नई दिल्ली। देश में वित्तवर्ष को बदलने की जो बातें हो रही है उनको लेकर अभी तक किसी तरह का फैसला नहीं हुआ है और अगला वित्तवर्ष 2018-19 भी मार्च से अप्रैल के दौरान बना रहेगा। एनबीटी की खबर के मुताबिक वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ये जानकारी दी है। वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने ये भी कहा है कि पिछले साल साल बजट जिस समय पेश हुआ था उसके मुकाबले इस साल 15 दिन पहले पेश हो सकता है।
एनबीटी की खबर के मुताबिक वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अगर इस साल वित्तवर्ष में बदलाव किया गया तो इसका मतलब होगा कि बजट अक्टूबर अंत या नवंबर की शुरुआत में पेश होना चाहिए लेकिन मौजूदा हालात में ये संभव नहीं है। इस साल सरकार ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) को भी लागू किया है, नए टैक्स कानून को सेटल होने के लिए थोड़ा समय देने की जरूरत है जिस वजह से अभी वित्तवर्ष में बदलाव करना जल्दबाजी होगा। संसदीय समिति ने वित्तवर्ष को मार्च से अप्रैल की जगह बदलकर जनवरी से दिसंबर किए जाने का सुझाव दिया था।
वित्तमंत्रालय के अधिकारी ने इस बात के संकेत भी दिए हैं कि इस साल बजट पेश होने की प्रकिया पिछल साल के मुकाबले 15 दिन पहले हो सकती है। पिछला बजट पहली फरवरी को पेश हुआ था, ऐसे में इस साल बजट 15-16 जनवरी के करीब पेश हो सकता है।
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