नई दिल्ली। बजट 2017-18 के दस्तावेजों की प्रिंटिंग की प्रक्रिया 19 जनवरी को हलवा सेरेमनी के रस्म के साथ शुरू हो गई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस सेरेमनी में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को हलवा खिलाकर बजट की प्रक्रिया की शुरुआत की। इस मौके पर मंत्रालय के तमाम वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
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ऐसे मनाई जाती है यह सेरेमनी
- हलवा सेरेमनी बजट दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत से पहले काफी लंबे समय से मनाई जाती रही है।
- इस रस्म के तहत एक बड़ी सी कढ़ाई में हलावा तैयार किया जाता है जिसे मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के बीच बांटा जाता है।
- हलवा बांटे जाने के बाद वित्त मंत्रालय के ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारियों को मंत्रालय में ही पूरी दुनिया से कट कर रहना होता है।
- ये वैसे कर्मचारी होते हैं जो प्रत्यक्ष तौर पर बजट बनाने से लेकर उसकी प्रिंटिंग की प्रक्रिया से जुड़े होते हैं।
- लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किए जाने तक ये कर्मचारी अपने परिवार से फोन पर भी संपर्क नहीं कर सकते।
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सिर्फ अति वरिष्ठ अधिकारी ही अपने घर जा सकते हैं
- दरअसल, बजट तैयर करने की प्रक्रिया की गोपनीयता बरकरार रखने की शुरुआत हलवा सेरेमनी से की जाती है।
- इस बार मोदी सरकार 1 फरवरी को आम बजट पेश करने जा रही है।
- आपको बता दें कि इस रस्म के बाद वित्त मंत्रालय के सिर्फ अति वरिष्ठ अधिकारी को ही अपने घर जाने की अनुमति मिलती है।
- बजट बनाने और उसकी छपाई की प्रक्रिया में आमतौर पर लगभग 100 लोग शामिल होते हैं।
- सभी अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक के बजट प्रेस में लोकसभा में बजट पेश होने तक रहते हैं।
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