नई दिल्ली। वरिष्ठ नागरिकों को अपने स्वास्थ्य के लिए बच्चों या परिवार पर अब निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए नकदी रहित (कैशलेस) स्वास्थ्य बीमा योजना पर काम कर रही है, जिसकी घोषणा आगामी बजट 2016-17 में की जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि बैंकों, बीमा कंपनियों, ईपीएफओ और लघु बचत योजनाओं में 10,000 करोड़ रुपए की ऐसी राशि पड़ी है जिसके लिए कोई दावा नहीं किया गया है। इस राशि का इस्तेमाल बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
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50,000 रुपए से अधिक का मिलेगा कवर
योजना के तहत 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को 50,000 रुपए से अधिक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाएगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली 2016-17 का बजट 29 फरवरी को पेश करेंगे। स्तवित योजना की निगरानी वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग करेगा। सरकार का इरादा इस योजना को लाभार्थियों के बैंक खातों से जोड़ने का है। इससे सब्सिडी वाली राशि सीधे उनके खाते में डाली जा सके। प्रस्ताव के अनुसार सरकार गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को प्रीमियम पर 90 फीसदी तक सब्सिडी देगी, जो सीधे उनके बैंक खातों में डाली जाएगी।
दूसरे बीमा योजनाओं का भी होगा विस्तार
सूत्रों ने हालांकि स्पष्ट किया कि सरकार बिना दावे वाली राशि को जब्त नहीं करेगी। यदि कोई दावेदार सामने आएगा तो उसे उसका भुगतान किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना कम प्रीमियम वाली प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना का विस्तार होगी।
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