कोलकाता। देश की सबसे बड़ी बिस्किट निर्माता ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का ग्रामीण क्षेत्र पर फोकस बरकरार है और कंपनी की आय में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी अगले तीन वर्षों में बढ़कर 50 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जबकि इस दौरान शहरी मांग में क्रमिक सुधार होगा। कंपनी ने कीमतों को बढ़ाकर और पैकेट के आकार में कमी करके 1,300 करोड़ रुपये की अप्रत्याशित वार्षिक महंगाई लागत की मार्च 2022 तक भरपाई करने का लक्ष्य भी तय किया है।
कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि 2021-22 में ब्रिटानिया की महंगाई लागत, इससे पिछले छह वर्षों की कुल लागत से भी अधिक है। सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ब्रिटानिया के लिए अगले तीन वर्षों में ग्रामीण आय 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी, क्योंकि कंपनी ग्रामीण बाजार पर ध्यान केंद्रित कर रही है।’’ विश्लेषकों का अनुमान है कि कंपनी की आय में ग्रामीण खंड का योगदान पहले ही लगभग 35 प्रतिशत है।
एयर प्यूरीफायर की बिक्री में उछाल
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच रूम एयर प्यूरीफायर (हवा शुद्ध करने वाले उपकरण) कंपनियों की बिक्री में जोरदार उछाल आया है। पिछले वर्ष की तरह इस साल भी दिवाली के बाद एयर प्यूरीफायर की बिक्री विनिर्माताओं को उम्मीद है कि इस साल भी दिवाली के बाद उनकी बिक्री बढ़ रही है। इस बीच, देश में एयर प्यूरीफायर का कारोबार 500 करोड़ रुपये का हो गया है। इस उत्पाद की कुल बिक्री में दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत का तीन-चौथाई का योगदान है। इस सीजन में एयर प्यूरीफायर कंपनियां नए मॉडल पेश करने के साथ न केवल खराब वायु गुणवत्ता से, बल्कि सार्स सीओवी-2 वायरस के भी खतरे से भी सुरक्षा देने का दावा कर रही हैं।
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