बोइंग की कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक छंटनी योजना, आर्थिक संकट के बाद फैसला
737 मैक्स संकट के बाद कोरोना की वजह से कंपनी की आर्थिक हालत बिगड़ी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच बोइंग ने अपने कर्मचारियों के लिये स्वैच्छिक छंटनी कार्यक्रम पेश किया है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि उसे कर्मचारियों के लिए कोई और कार्यक्रम लाने की जरूरत नहीं होगी। बोइंग ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जबकि कोरोना वायरस संकट की वजह से सेक्टर की हालत काफी खराब है। बोइंग के मुख्य कार्यकारी डेविड कलहाउन ने इस कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि महामारी की वजह से उद्योग के समक्ष आए संकट के मद्देनजर यह जरूरी था।
उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम अपनी नई वास्तविकता से तालमेल बैठाएं। कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए संकट के पहले ही 737 मैक्स संकट के कारण बोइंग की वित्तीय सेहत काफी खराब थी। दो बड़ी दुर्घटनाओं के बाद 737 मैक्स विमान एक साल से भी अधिक समय जमीन पर खड़े हैं। कोविड-19 के बाद बोइंग की स्थिति और खराब हो गई है। इसके चलते ज्यादातर वाणिज्यिक एयरलाइनों की उड़ानें बंद हैं। कलहाउन ने कहा कि जब दुनिया इस महामारी से उबरेगी तो वाणिज्यिक बाजार और हमारे ग्राहकों की जरूरत के उत्पाद और सेवाएं भिन्न होंगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद उद्योग के अनुसार हमें मांग और आपूर्ति में संतुलन बैठाना होगा। हम इस कार्यक्रम के बारे में तीन से चार सप्ताह में और अतिरिक्त जानकारी देंगे।