नई दिल्ली। जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बायोकॉन ने शुक्रवार को बताया कि 30 सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 23.01 प्रतिशत घटकर 195.4 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दूसरी तिमाही में खर्च में अत्यधिक वृद्धि स्वरूप लाभ कम हुआ है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान उसे 253.8 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
बायोकॉन ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 1,760.3 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,605.7 करोड़ रुपए थी। बायोकॉन की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ ने कहा कि आरएंडडी खर्चों में बढ़ोतरी, कर्मचारियों की लागत और अन्य खर्चों में बढ़ोतरी तथा विनिमय दर के चलते हुए नुकसान के कारण हमारा मुनाफा प्रभावित हुआ है। हालांकि हमारा मुख्य एबिटडा 32 प्रतिशत के स्तर पर काफी बेहतर रहा।
उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वायरस महामारी से निपटने में मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता के तौर पर बायोकॉन ग्रुप हल्के से लेकर गंभीर कोरोना वायरस मरीजों का इलाज करने के लिए उत्पादों के व्यापक पोर्टफोलियो पर काम कर रही है।
मजूमदार-शॉ ने कहा कि हमारे पार्टनर माइलन ने अमेरिका में हमारे इंसूलिन ग्लारजिन, सेमग्ली को लॉन्च कर दिया है और इसके साथ ही हमारी यूएस इंसूलिन मार्केट में एंट्री हो गई है। इस लॉन्च के साथ, हमने अपने बायोसिमिलर्स पोर्टफोलियो का विस्तार किया है और बायोसिमिलर सेगमेंट में एक प्रभावी हिस्सेदारी हासिल की है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी का आरएंडडी खर्च 148 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 104 करोड़ रुपए था। बीएसई पर बायोकॉन का शेयर 421.55 रुपए पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से 1.85 प्रतिशत नीचे है।
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