नई दिल्ली। बीना रिफाइनरी ने कोविड-19 के मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने का फैसला किया है। इसके अलावा रिफाइनरी ने मध्य प्रदेश के सागर जिले में अपने संयंत्र स्थल के पास 1,000 बिस्तरों का अस्थायी अस्पताल बनाने का भी फैसला किया है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा था कि बीना रिफाइनरी मरीजों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराने को तैयार है। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह सुनिश्चित करने को कि ऑक्सीजन का परिवहन न करना पड़े, रिफाइनरी ने अपने संयंत्र के पास ही 1,000 बिस्तरों का अस्थायी अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को इस अस्पताल और उसकी व्यवस्था की देखरेख के लिए इन्चार्ज बनाया गया है। बीना रिफाइनरी का परिचालन और स्वामित्व भारत ओमान रिफाइनरीज लि.के पास है जो भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(बीपीसीएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है।
RIL कर रही है 700 टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी जामनगर रिफाइनरी में प्रतिदिन 700 टन से अधिक चिकित्सा स्तर के ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है। यह ऑक्सीजन कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्यों को मुफ्त में दी जा रही है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। कंपनी की जामनगर रिफाइनरी ने शुरुआत में 100 टन चिकित्सा स्तर का ऑक्सीजन का उत्पादन किया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 700 टन कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमण से जूझ रहे गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों को की जा रही आक्सीजन की आपूर्ति से प्रतिदिन गंभीर रूप से बीमार 70,000 से अधिक रोगियों को राहत मिलेगी। उसने कहा कि जल्दी ही कंपनी चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 1,000 टन करने की योजना बना रही है। इस बारे में कंपनी को ई-मेल भेजकर जानकारी मांगी गयी, लेकिन उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
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