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Hindi News पैसा बिज़नेस भारती एय़रटेल का पहली तिमाही में घाटा बढ़कर 15,933 करोड़ रुपये, आय में 15% की बढ़त

भारती एय़रटेल का पहली तिमाही में घाटा बढ़कर 15,933 करोड़ रुपये, आय में 15% की बढ़त

एजीआर के लिए प्रोविजनिंग बढ़ने की वजह से घाटे में बढ़त दर्ज

<p><span lang="EN-US" style="font-size: 12.0pt;...- India TV Paisa Image Source : PTI Bharti airtel Q1 loss widens to Rs 15,933 crore 

नई दिल्ली। टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी भारती एयरटेल का पहली तिमाही में घाटा बढ़कर 15933 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 2866 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वहीं पिछली तिमाही में घाटा 5237 करोड़ रुपये था। घाटे की रकम में ये उछाल एजीआर के लिए प्रोविजनिंग (Adjusted Gross Revenue provision) की वजह से देखने को मिला है। 

तिमाही के दौरान दूरसंचार कंपनी की आय 15.4 प्रतिशत बढ़कर 23,939 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एयरटेल ने बयान में कहा कि आकस्मिक खर्च को हटा दिया जाए, तो इसे पहली तिमाही में 436 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने समायोजित सकल राजस्व (AGR) के भुगतान की अवधि पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। कंपनी ने कहा कि इसी के मद्देनजर उसने तिमाही के दौरान 10,744.4 करोड़ रुपये का बढ़ा हुआ प्रावधान किया है। चार्जेस के री एसेसमेंट के साथ कुल एक्सेप्शनल चार्जेस बढ़कर करीब 12 हजार करोड़ रुपये के करीब पहुंच गए हैं। बयान में कहा गया कि दूरसंचार विभाग की मांग तथा जिस अवधि के लिए मांग अभी नहीं मिली है, को देखते हुए प्रावधान की गणना लाइसेंस करार, न्यायालय के फैसले तथा एजीआर प्रावधान पर दिशानिर्देशों-स्पष्टीकरण के हिसाब से की गई है। इसे आकस्मिक मद में दिखाया गया है।

वहीं तिमाही के दौरान एबिटडा ( Earnings before interest tax depreciation and amortization) पिछली तिमाही के मुकाबले 3 फीसदी बढ़कर 10639 करोड़ रहा है। वहीं मार्जिन 90 बेस अंक बढ़कर 44.4 फीसदी रहा। भारत में कंपनी की आय पिछले साल के मुकाबले 14.6 फीसदी बढ़ी है। वहीं एवरेज रेवन्यू पर यूजर पिछले साल के मुकाबले 129 रुपये से बढ़कर 157 रुपये हो गया है। डिजिटिल टीवी से आय में पिछले साल के मुकाबले 9.3 फीसदी की बढञत रही है। जून तिमाही के दौरान कंपनी के 16 देशों में कुल 42 करोड़ ग्राहक हैं। इसमें मार्च तिमाही के मुकाबले 0.8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं भारत में पिछली तिमाही के साथ सब्सक्राइबर बेस 1.3 फीसदी घटकर 30.5 करोड़ रहा।  

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