नई दिल्ली। टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अब तक का सबसे बड़ा तिमाही घाटा हुआ है। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसे 24,045 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 119 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। एजीआर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के लिए जुलाई-सितंबर तिमाही में 28,450 करोड़ रुपए का प्रावधान करने से कंपनी को इतना बड़ा नुकसान हुआ है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को असाधारण कारण से पहले का शुद्ध घ्ज्ञाटा 1123 करोड़ रुपए है।
जुलाई-सितंबर 2019 तिमाही में भारती एयरटेल का समेकित राजस्व 4.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 21,199 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से कंपनी पर महत्वपूर्ण देनदारी बन गई है।
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नतीजे जारी होने के बाद भारती एयरटेल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि 24 अक्टूबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू को लेकर अपना फैसला सुनाया है। यह केस लंबे समय से टेलीकॉम इंडस्ट्री और दूरसंचार विभाग के बीच चल रहा है। कोर्ट के फैसले का असर कंपनियों की माली हालत पर पड़ेगी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में टेलीकॉम कंपनियों को तीन महीने के भीतर एजीआर की रकम चुकाने को कहा है।
कंपनी ने आगे कहा है कि उसे पूरी उम्मीद है कि सरकार इस मामले में राहत देगी। लेकिन अगर सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं मिलती है तो भारती एयरटेल को जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए कुल 28,450 करोड़ रुपए चुकाने पड़ेंगे। इसमें 6,614 करोड़ रुपए मूलधन, 12219 करोड़ रुपए ब्याज, 3760 करोड़ रुपए जुर्माना और 6307 करोड़ रुपए जुर्माने पर ब्याज के शामिल हैं।
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