नई दिल्ली: देश की प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल अपनी टॉवर इकाई इन्फ्राटेल में 5 फीसदी हिस्सेदारी मुक्त बाजार सौदों के जरिये करने की तैयारी कर रही है। इससे एयरटेल को 3,500 से 4,000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। एयरटेल के पास इन्फ्राटेल की 71.70 फीसदी हिस्सेदारी है।
सूत्रों ने कहा कि कंपनी की योजना इन्फ्राटेल में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की है। इस राशि का इस्तेमाल ऋण के बोझ को कम करने के लिए किया जाएगा। हालांकि, सूत्रों ने इस हिस्सेदारी बिक्री के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई। दिसंबर, 2015 के अंत तक एयरटेल पर शुद्ध रूप से 78,816 करोड़ रुपए का कर्ज था। रिलायंस जियो इन्फोकॉम की 4जी सेवा शुरू होने से पहले एयरटेल आक्रामक तरीके से 4जी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रही है। कंपनी ने इस क्षेत्र में अखिल भारतीय खिलाड़ी बनने के लिए एयरसेल और वीडियोकॉन से 4जी स्पेक्ट्रम खरीदा है।
जीवी मोबाइल्स ने सात फीचर फोन पेश किए, 200 करोड़ रुपए निवेश करेगी
घरेलू मोबाइल हैंडसेट कंपनी जीवी मोबाइल्स ने सात फीचर फोन यहां पेश किए जिनकी कीमत 6,99 रुपए से लेकर 1,199 रुपए तक है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा है कि वह अपनी विनिर्माण इकाइयों की क्षमता बढ़ाने के लिए 200 करोड़ रुपए निवेश करेगी। कंपनी की अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाकर सात लाख हैंडसेट प्रति माह करने की योजना है, जिससे 1000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कंपनी अपनी दिल्ली कारखाने में फीचर फोन बनाती है। उसकी अगले साल तक स्मार्टफोन की असेंबलिंग शुरू करने की भी योजना है। कंपनी का एक कारखाना लोनावला, महाराष्ट्र में है।
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