नई दिल्ली: भारत के बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र के साथ-साथ कमोडिटी क्षेत्र से वित्त वर्ष 2022 में आय बढ़ने की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) ने एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। एमओएफएसएल ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में बीएफएसआई, आईटी, धातु और सीमेंट को ओडब्ल्यू (अधिक वजनी) श्रेणी में रखा है। इसके अलावा, इसने उपभोक्ता, ऑटो, स्वास्थ्य सेवा और पूंजीगत वस्तुओं को तटस्थ श्रेणी में और ओ एंड जी तथा बुनियादी ढांचा क्षेत्रों को यूडब्ल्यू (कम वजनी) श्रेणी में रखा है।
रिपोर्ट में कहा गया है, वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में कॉपोर्रेट आय का नेतृत्व चक्रीय और कम आधार और मजबूत मांग पुनरुद्धार के संयोजन के रूप में किया गया है, क्योंकि आर्थिक गतिविधि में सुधार हुआ है। कॉपोर्रेट इंडिया ने वित्त वर्ष 2021 में जबरदस्त लचीलापन प्रदर्शित किया है, जिसमें निफ्टी ने एक स्वस्थ (14 प्रतिशत) आय वृद्धि के साथ वर्ष का अंत किया है, जो एक साल पहले अकल्पनीय था।
इसमें कहा गया है, अप्रैल-मई, 2021 में दूसरी कोविड लहर ने भावनाओं में खटास ला दी है और आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया है। चूंकि इस बार प्रतिबंध स्थानीयकृत थे और कैलेंडर वर्ष 2020 में लगाए गए लॉकडाउन के मुकाबले कम कड़े थे, इसलिए हम वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में प्रभाव को समाहित करने की उम्मीद करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 में आय की गति में तेजी आने की उम्मीद है, क्योंकि टीकाकरण की गति तेज हो रही है और अर्थव्यवस्था भी अब खुलने लगी है।
रिपोर्ट के अनुसार, बीएफएसआई और कमोडिटीज से वित्त वर्ष 2022 में कमाई बढ़ने की उम्मीद है। बाजार मजबूत रहा है और बड़े पैमाने पर मजबूत लिक्विडिटी और गैर-संस्थागत निवेशकों की मजबूत भागीदारी भी देखी गई है। बयान के अनुसार, निफ्टी का मूल्यांकन समृद्ध है और इसके बेहतर होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि चूंकि अब कोरोनावायरस की तेज लहर कुछ कमजोर पड़ी है और टीकाकरण की रफ्तार भी बढ़ने लगी है, इसलिए बाजार में लोगों का विश्वास बढ़ने लगा है। रिपोर्ट में कहा गया है, दैनिक मामले तीन महीने के निचले स्तर पर चल रहे हैं। टीकाकरण की गति और राज्यों के फिर से खुलने (अनलॉक) के साथ, कॉपोर्रेट में विश्वास धीरे-धीरे लौट रहा है।
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