बीजिंग। चीन ने प्रदूषण को कम करने के लिए एक नई योजना बनाई है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ द्वारा शनिवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल 2500 छोटी प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों को बंद किया जाएगा। चीन में इन दिनों प्रदूषण एक चिंता का विषय बना हुआ है। चीन में फैक्ट्रियों से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ कई सालों से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।
शिन्हुआ ने बताया कि चीन की राजधानी बीजिंग के चार जिलों में, जो कि इस सर्दियों में सबसे ज्यादा प्रदूषित पाए गए हैं, इस साल के अंत तक 2500 कंपनियों को पूरी तरह से बंद किया जाएगा। अगले साल इनकी संख्या और अधिक बढ़ाई जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक प्रदूषण फैलाने वाली छोटी इकाइयों की संख्या में बढ़ोत्तरी की वजह से प्रदूषण काफी बढ़ गया है, इनमें रेस्टॉरेंट, होटल्स और गैराज शामिल हैं, जिनके बंद होने से प्रदूषण में भारी कमी आएगी इसके अलावा शहर में हाई एनर्जी कंज्यूमिंग कंपनियों को भी बंद किया जाएगा।
पिछले महीने बीजिंग ने भारी वायु प्रदूषण को देखते हुए अपना दूसरा रेड अलर्ट जारी किया था, जिसके तहत स्कूलों को बंद किया गया था और आउटडोर कंस्ट्रक्शन पर प्रतिबंध लगाया गया था। शनिवार को पर्यावरण मंत्रालय ने चेतावनी जारी कर कहा है अगले हफ्ते बीजिंग, हेबेई और इसके नजदीकी प्रोवीनेंस ताइनजिन में भारी कोहरा वापस लौट सकता है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बीजिंग का औसत पीएम2.5 2015 में 80.6 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा है, जो राष्ट्रीय मानक से 1.3 गुना अधिक है। चीन ने कोयले का उपभोग काफी कम कर दिया और प्रदूषण पैदा करने वाली कंपनियों को बंद किया है, बावजूद इसके पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि चीन 2030 तक राष्ट्रीय वायू प्रदूषण मानकों को हासिल नहीं कर सकता है।
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