हैदराबाद। मुद्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीजी मम्मेन ने कहा कि बैंकों द्वारा माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट्स एंड रीफाइनांस एजेंसी योजना (मुद्रा) के तहत वर्तमान वित्त वर्ष में 1.80 लाख करोड़ रुपए की कर्ज सहायता दिए जाने की उम्मीद है।
मम्मेन ने कहा, हमने अपना परिचालन अप्रैल 2015 में शुरू किया था। वित्त वर्ष 2015-16 में हमारा कुल लक्ष्य 1.22 लाख करोड़ रुपए था लेकिन साल के अंत तक सभी बैंकों और सूक्ष्म वित्त संस्थानों द्वारा कुल 1.33 लाख करोड़ रुपए इसके तहत वितरित किए गए।
मम्मेन ने कहा, वित्त वर्ष 2016-17 के लिए सरकार ने मुद्रा के तहत 1.80 लाख करोड़ रुपए वितरण का लक्ष्य रखा है। अभी पहली तिमाही तक बैंकों ने 25,000 करोड़ रुपए वितरित किए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में बैंकों ने 87,000 करोड़ रुपए इसके तहत वितरित किए थे, जबकि सूक्ष्म वित्त कंपनियों का इसके तहत वितरण 46,000 करोड़ रुपए था।
मूडीज ने यस बैंक के लिए दीर्घकालिक रेटिंग बरकरार रखी
यस बैंक ने कहा कि मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने बैंक के लिए स्थिर दृष्टिकोण के साथ अपनी दीर्घकालिक रेटिंग बरकरार रखी। यस बैंक ने बंबई शेयर बाजार को बताया, मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने 18 जुलाई को जारी साख संबंधी राय में यस बैंक लिमिटेड की स्थिर दृष्टिकोण के साथ बीएए-3-पी-3 की रेटिंग के साथ दीर्घकालिक साख निर्धारण बरकरार रखा है।
बैंक ने कहा कि मूडीज ने नवंबर 2010 से यस बैंक का स्थिर दृष्टिकोण के साथ बीएएए3-पी-3 की साख बरकरार रखी है। बीएए3, बैंक जमा के लिए निवेश श्रेणी की साख है जबकि प्राइम -2 अल्पकालिक रेटिंग है जो अल्पकालिक ऋण सुविधाओं पर लागू होती है जिसकी परिपक्वता अवधि एक साल से कम है।
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