नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 87.71 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ कमाया है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) का बोझ बढ़ने की वजह से बैंक को घाटा हुआ था। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 741.36 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
तिमाही दर तिमाही आधार पर बैंक के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि मार्च तिमाही में उसे 1,045.54 करोड़ रुपए का शुद्ध नुकसान हुआ था। पूरे वित्त वर्ष 2016-17 में बैंक को 1,558.34 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। अप्रैल-जून तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 11,106.61 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले समान तिमाही में 10,664.36 करोड़ रुपए रही थी।
तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) कुल ऋण का घटकर 13.05 प्रतिशत रह गईं, जो जून, 2016 के अंत तक 13.38 प्रतिशत थीं। इस अवधि में बैंक का शुद्ध एनपीए शुद्ध ऋण का 6.70 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 7.78 प्रतिशत था।
एसआरएफ लिमिटेड का मुनाफा पहली तिमाही में घटा
रसायन कंपनी एसआरएफ लिमिटेड का समग्र शुद्ध मुनाफा माल एवं सेवा कर के क्रियान्वयन से हुई दिक्कतों के कारण इस वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में कम होकर 103.81 करोड़ रुपए रह गया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 154.56 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 1305.51 करोड़ रुपए की तुलना में बढ़कर इस वित्त वर्ष में 1408.74 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। कंपनी के निदेशक मंडल ने शेयर धारकों को प्रति शेयर छह रुपए के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी है। निदेशक मंडल ने संजय चतार्थ को कंपनी का अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने को भी स्वीकृति दी है। वह एक अक्टूबर से कार्यभार संभालेंगे।
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