नई दिल्ली। प्राइवेट क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2017-18 के लिए चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा की। चौथी तिमाही में बैंक को शेयर बाजारों में लिस्ट होने के बाद पहली बार 2188.74 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। एक्सिस बैंक 1998 में शेयर बाजारों में लिस्टेड हुआ था। पिछले साल समान तिमाही में बैंक को 1225.10 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। शिखा शर्मा के नेतृत्व वाले एक्सिस बैंक ने समीक्षाधीन तिमाही में एनपीए और आकस्मिक जरूरतों के लिए 7,179.53 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग तीन गुना है। पिछले साल समान तिमाही में बैंक ने 2581.25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
बैंक के खराब प्रदर्शन पर एमडी और सीईओ शिखा शर्मा ने ने कहा कि बैंक खराब ऋण की पहचान प्रक्रिया को खत्म करने के नजदीक है। क्रेडिट रिस्क एरिया बैंक के लिए निराशाजनक रहा है। इंफ्रा ने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और अब यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि हम एनपीए पहचान की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करें।
एसबीआई लाइफ का मुनाफा बढ़ा
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ 2017-18 की मार्च तिमाही में 13.4 प्रतिशत बढ़कर 381.21 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि जनवरी मार्च 2016-17 में उसने 336.05 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आय 10,775.70 करोड़ रुपए से घटकर 10,052.32 करोड़ रुपए रह गई।
समूचे वित्त वर्ष 2017-18 के लिए एसबीआई लाइफ का शुद्ध लाभ बढ़कर 1,150.38 करोड़ रुपए हो गया, जो कि 2016-17 में 954.65 करोड़ रुपए था। इस दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 33,760.54 करोड़ रुपए हो गई। एसबीआई लाइफ भारतीय स्टेट बैंक तथा बीएनपी परिबा का संयुक्त उद्यम है।
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