नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन की वजह से कई लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी हैं और देश के एविएशन सेक्टर पर भी इसकी मार पड़ी है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि कोरोना काल में एविएशन सेक्टर में कितने लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। उन्होंने बताया कि मार्च से लेकर जुलाई तक एविएशन सेक्टर में कुल 18045 लोगों की नौकरी गई है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि एयरलाइन कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या 31 मार्च तक 74,887 थी, जो 31 जुलाई तक घटकर 69,589 रह गई थी। इसी तरह एयरपोर्ट्स पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 31 मार्च तक 67,760 होती थी, जो 31 जुलाई तक घटकर 64,514 रह गई थी। इस दौरान ग्राउंड हेंडलिंग एजेंसियों के कर्मचारियों की संख्या 37,720 से घटकर 29,254 और कार्गो ऑपरेटर्स कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या 9,555 से घटकर 8,538 रह गई है। कुल मिलाकर 18,045 कर्माचरियों की नौकरी गई है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने यह भी बताया कि कोरोना काल में घरेलू उड़ानों में यात्रियों की संख्या में लगभग 80 प्रतिशत कमी आई है और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों में 87 प्रतिशत से ज्यादा कमी दर्ज की गई है। पिछले साल मार्च से जुलाई के दौरान घरेलू उड़ानों के जरिये 5.85 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की थी और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के जरिये 93 लाख से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की थी। वहीं इस साल मार्च से जुलाई के दौरान घरेलू उड़ानों के जरिये सिर्फ 1.20 लाख और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के जरिए सिर्फ 11.55 लाख यात्री ही यात्रा कर पाए हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने यह भी बताया कि इस साल अप्रैल से जून तिमाही के दौरान एयरलाइन कंपनियों के राजस्व में 85 प्रतिशत से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है, सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया का राजस्व भी 78 प्रतिशत से ज्यादा घटा है।
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