कोविड-19 की नई लहर के बाद भारत में ऑटो विनिर्माताओं को बिक्री घटने का डर
देश में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले 1.50 करोड़ के पार पहुंच गए। जिसके बाद दिल्ली सहित कई जगहों पर प्रतिबंध और कड़े हो गए हैं।
नई दिल्ली। प्रमुख ऑटो विनिर्माताओं मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई), टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और होंडा कार्स ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से उसकी बिक्री घट सकती है। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी एमएसआई ने कहा कि ऑटो बिक्री आर्थिक वृद्धि के साथ ही उपभोक्ता भावना के साथ भी जुड़ी हुई है।
एमएसआई के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘कोविड-19 की स्थिति बिगड़ने से पक्का है कि ग्राहक भावना पर नकारात्मक असर होगा और इसका बिक्री पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।’’ उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते कारों की आपूर्ति करना संभव नहीं होगा, लेकिन इसके साथ ही इससे ग्राहकों पर मनोवैज्ञानिक रूप से नकारात्मक असर होता है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन सोनी ने कहा कि स्थानीय प्रतिबंधों से कारों की मांग और आपूर्ति कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंधों की गंभीरता और विस्तार के आधार पर हम केवल महीने के अंत में रुझान और आंकड़ों को बता सकेंगे। फिलहाल हमारे पास मांग काफी अच्छी है। हम स्थानीय प्रतिबंधों और लॉकडाउन के बावजूद ग्राहकों की मांग को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ होंडा कार्स इंडिया ने कहा कि वह नए हालात पर कड़ी नजर रख रही है। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक (विपणन और बिक्री) राजेश गोयल ने कहा, ‘‘लॉकडाउन और सप्ताहांत के कर्फ्यू से बिक्री प्रभावित होगी क्योंकि कुछ जगह शोरूम बंद हो जाएंगे। फिलहाल हम स्थितियों का आकलन कर रहे हैं और विभिन्न शहरों से इस बारे में फीडबैक ले रहे हैं।’’
देश में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले 1.50 करोड़ के पार पहुंच गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी 19 लाख से अधिक हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड-19 के कुल 1,50,61,919 मामले हैं तथा एक दिन के भीतर 1,619 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,78,769 पर पहुंच गई। बीते साल कोरोना संकट की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद कारों की बिक्री में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी। फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ इसमें तेज रिकवरी देखने को मिली। हाल ही में कार कंपनियों को उम्मीद बंध गई थी सेक्टर जल्द पटरी पर वापस आ जाएगा, हालांकि कोरोना की नई लहर से उनकी उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है।