त्योहारी सीजन में ऑटो इंडस्ट्री पकड़ेगी रफ्तार, हीरो मोटोकॉर्प को 20 फीसदी बिक्री बढ़ने की उम्मीद
भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को आगामी त्योहारी अवधि का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि अगले दो-तीन महीनों में उनकी बिक्री में इससे तेजी आने की संभावना है।
नई दिल्ली। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को आगामी त्योहारी अवधि का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि अगले दो-तीन महीनों में उनकी बिक्री में इससे तेजी आने की संभावना है। हीरो मोटोकॉर्प के सीएमडी और सीईओ पवन मुंजाल ने सियाम (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चर) के सालाना आयोजन के दौरान कहा, “आनेवाले त्यौहारी अवधि में वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है। हमारी नजर वर्तमान वित्त वर्ष में दोहरे अंक की वृद्धि दर हासिल करने पर है।”
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया इंडिया प्रा. लि. (एचएमएसआई) ने अगस्त में रिकार्ड 4.5 लाख वाहन बेचे हैं। अब कंपनी की नजर त्योहारी अवधि के दौरान बिक्री में 20 फीसदी के इजाफे पर है। एचएमएसआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वाई. एस. गुलेरिया ने बताया, “ग्रामीण बाजार से बिक्री में तेजी आएगी तथा शहरी और अर्धशहरी क्षेत्र में स्कूटर की बिक्री में तेजी की संभावना है।” वहीं, वाहन क्षेत्र की नजर घरेलू बाजार के साथ विदेशी बाजार में बिक्री बढ़ाने पर भी है। हीरो मोटोकॉर्प ने बताया कि वह चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में गुजरात में एक नया संयंत्र लगाने की योजना बना रही है तथा चौथी तिमाही में बांग्लादेश में भी एक नया संयंत्र लगाएगी। मुंजाल ने कहा, “बांग्लादेश के संयंत्र की क्षमता अधिक नहीं है, लेकिन गुजरात का संयंत्र बड़ा संयंत्र हैं। हम आंध्र प्रदेश में भी संयंत्र लगाने के लिए भूमि अधिग्रहण का इंतजार कर रहे हैं। हम जल्द ही नाईजीरिया, अर्जेटीना और मैक्सिको को भी निर्यात शुरू करेंगे।”
गुलेरिया ने बताया, “हमने अगस्त में रिकार्ड 4.5 लाख वाहनों की बिक्री की है। इसमें निर्यात भी शामिल है। यह होंडा द्वारा किसी एक महीने में की गई सर्वाधिक बिक्री है।” उन्होंने बताया कि कंपनी की नजर आने वाले दो तीन महीनों में त्योहारों के सीजन में बिक्री में 20 फीसदी की बढ़ोतरी पर है। इसे ग्रामीण क्षेत्रों से बढ़ावा मिलेगा और शहरी और अर्धशहरी क्षेत्रों में स्कूटर की बिक्री से भी बढ़ावा मिलेगा। गुलेरिया ने कहा कि कंपनी गुजरात और बेंगलुरु में नई फैक्ट्री स्थापित कर ही है। सितंबर के अंत तक गुजरात की फैक्ट्री शुरू हो जाएगी जिसकी क्षमता 12 लाख है।
उन्होंने आगे कहा, “बेंगलुरु में हम दोपहिया वाहनों की सबसे बड़ी फैक्ट्री लगाने की दिशा में हैं। वहां हमारे पास छह लाख की क्षमता वाली तीन लाइनें हैं और चौथी लाइन का काम जारी है।” वहीं, वाहन उद्योग की नजर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने पर है, जिसे सरकार ने एक अप्रैल 2017 से लागू करने का लक्ष्य रखा है। इस बारे में हीरो मोटोकॉर्प ने बताया, “इसके असर का अभी अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी, जबतक कि परिषद दरें तय नहीं करती है। मुझे संदेह है कि जीएसटी 1 अप्रैल 2017 से लागू हो पाएगा। हालांकि हमने अपनी तरफ से तैयारी कर ली है। जीएसटी को लागू करने के लिए बड़े पैमाने पर डिजिटाजेशन करने की जरूरत है जिसमें मुझे शक है कि इतने कम समय में पूरा हो पाएगा।”
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डीजल वाहनों पर आठ महीनों तक रही रोक के कारण ऑटो इंडस्ट्री को करीब 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन (सियाम) ने बुधवार को यह जानकारी दी। सियाम के अध्यक्ष विनोद के. दासारि ने संस्था के 56वें वार्षिक सम्मेलन में कहा, “वाहन उद्योग को पिछले आठ महीनों में 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। मुझे लगता है कि हर कोई वाहन उद्योग को विनियमित करना चाहता है।”इस महीने की शुरुआत में सर्वोच्च न्यायालय ने 2,000 सीसी से अधिक क्षमता वाले डीजल वाहनों पर रोक हटाकर एक फीसदी पर्यावरण उपकर लगा दिया है। दासारि ने कहा, “यह उपकर हालांकि लोगों को डीजल वाहनों की खरीद से रोकेगा नहीं और न ही इससे पर्यावरण पर कोई असर होगा।”