नयी दिल्ली: दिवाला समाधान प्रकिया के तहत बेची जा रही रिलायंस होम फाइनेंस (आरएचएफ) के लिए आथम इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 2,900 करोड़ रुपये की योजना पेश की है। वह इस प्रक्रिया में सबसे ऊंची बोली लगाने वाली दावेदार है। आरएचएफ कर के बोझ तले दबे अनिल अंबानी समूह की कंपनी है। सूत्रों ने बताया कि आथम की योजना लागू हुई तो बैंक आफ बड़ौदा के नेतृत्व में कंपनी को कर्ज देने वाले वित्तीय ऋणदाताओं को 2,587 करोड़ रुपये शुरू में ही और 300 करोड़ रुपये एक वर्ष के अंदर मिल जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार वित्तीय ऋणदाताओं के बीच मतदान में आथम के प्रस्ताव को अन्य प्रस्तावों के मुकाबले अधिक स्वीकार्यता मिली है। प्रस्तावों पर मतदान 31 मई से 19 जून तक चला। इसमें मूल्य के हिसाब से 91 प्रतिशत ऋणदाताओं ने भाग लिया। सूत्रों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) आथम के प्रस्ताव को अनुपालन की दृष्टि से अधिक असान और सभी हितधारकों की दृष्टि से सबसे अच्छा माना गया है।
सूत्रों ने बताया कि इसपर अभी कुछ ऋणदाताओं की स्वीकृति बाकी है। आरएचएफ की दौड़ में एआरईएस एसएसजी, एसेट्स केयर एंड रीकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइजेज लिमिटेड, एवेन्यू कैपिटल भी शामिल हैं। एवेन्यू ने अपने प्रस्ताव में एआरसीआईएल और कैप्री ग्लोबल कैपिटल को साथ रखा है। इस कंपनी के दिवाला समाधान से समूह की वित्तीय कंपनी रिलायंस कैपिटल पर कर का बोझ 11,200 करोड़ रुपये (कुल बकाए के एक चौथाई से अधिक) कम हो जाएगा।
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