नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र के बैंक एयू स्माल फाइनेंस बैंक (एयू बैंक) ने हाल में शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे के संबंध में निवेशकों और जमाकर्ताओं की चिंताओं को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा कि यह केवल मानव संसाधन का मामला है जिसका कंपनी प्रबंधन समाधान करने का प्रयास कर रहा है। शीर्ष स्तर पर अधिकारियों के इस्तीफे का खुलासा करने में देरी मामले में पारदर्शिता के मुद्दों को लेकर बैंक पर काफी सवाल खड़े हुए थे।
मुख्य प्रबंधक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय अग्रवाल ने आज सुबह निवेशकों के साथ बातचीत में कहा कि बैंक के पास 'छिपाने के लिए कुछ नहीं है और न ही 'संचालन के मुद्दे' पर कुछ बताने को है। यह सब बल्कि एक साधारण मानव संसाधन से जुड़ा मुद्दा था, जिसे कंपनी का प्रबंधन हल करने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले मंगलवार को बैंक ने कहा कि उसके मुख्य लेखा परीक्षा अधिकारी सुमित धीर ने कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद अपनी निजी परिस्थितियों में आये बदलाव के कारण अपने गृहनगर दिल्ली वापस जाने की इच्छा व्यक्त की है।
बैंक ने हालांकि कहा कि धीर अभी भी उसके रोल पर हैं और कंपनी के साथ बने रहने के लिये उनके साथ चर्चा कर रहे हैं। धीर को नितिन गुप्ता के स्थान पर 14 मई 2021 से तीन साल की अवधि के लिए बैंक का मुख्य लेखा परीक्षा अधिकारी (आंतरिक लेखा परीक्षक) नियुक्त किया गया था। वही गुप्ता ने 3 मार्च, 2021 को अपने पद से इस्तीफा दिया, जिसका खुलासा 30 अप्रैल, 2021 को किया गया। बैंक के मुख्य जोखिम अधिकारी आलोक गुप्ता ने भी बैंक से इस्तीफा दे दिया है।
बैंक ने कहा कि आलोक ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया। बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) यानी फंसा कर्ज 30 जून 2021 को समाप्त तिमाही में 4.3 प्रतिशत रहा वहीं शुद्ध एनपीए 2.3 प्रतिशत रहा। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 203 करोड़ रुपये रहा जो कि एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 15 प्रतिशत ऊंचा रहा।
कंपनी में इस हलचल के बीच उसके शेयरों में मंगलवार को 12.64 फीसदी की बड़ी गिरावट देखी गई जबकि बाजार में महत्वपूर्ण बढ़त दर्ज की गई। एयू बैंक के शेयर बुधवार को बीएसई पर पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 2.29 प्रतिशत बढ़कर 1,156.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।
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