नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ विलय की प्रक्रिया के तहत स्टेट बैंक समूह के स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे) सहित उसके पांच एसोसिएट्स बैंक रिजर्व बैंक को जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। सहयोगी बैंक रिजर्व बैं को शेयरधारकों द्वारा अनुमोदित अधिग्रहण की योजना के संदर्भ में रिपोर्ट देंगे।
एसबीबीजे ने शेयर बाजारों को आज भेजी सूचना में कहा कि निदेशक मंडल ने शेयरधारकों की लिखित आपत्तियों को देखने के लिए विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट पर विचार किया है। अधिग्रहण की योजना के तहत शिकायत निपटान प्रणाली की दृष्टि से इन शिकायतों को देखा गया।
इसमें कहा गया है कि बोर्ड ने 18 अगस्त को मंजूर की गई विलय की योजना को बिना किसी बदलाव के स्वीकार कर लिया है।
सूचना में आगे कहा गया है कि एसबीबीजे के अधिग्रहण की योजना को विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के साथ रिजर्व बैंक के विचारार्थ और मंजूरी के लिए सौंपा जाएगा। मंजूरी के बाद रिजर्व बैंक अधिग्रहण की योजना को भारत सरकार की मंजूरी तथा एसबीआई कानून 1955 की धारा 35 के तहत अधिग्रहण के आदेश के लिए पेश करेगा। एसबीआई के अन्य सहायक बैंकों स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर ने भी आज इसी तरह की घोषणाएं कीं।
सरकार ने एसबीआई में उसके पांच सहयोगी बैंकों एसबीबीजे, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद तथा नए भारतीय महिला बैंक के विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। अगस्त में, एसबीआई ने कहा था कि सभी सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक का उसके साथ विलय होने पर उसकी संपत्ति में अतिरिक्त 8 लाख करोड़ रुपए का इजाफा होगा और इसकी कुल संपत्ति 30 लाख करोड़ रुपए हो जाएगी।
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