इस रिपोर्ट के अनुसार इस समय भारत का आईटी सेक्टर बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों से गुजर रहा है। बड़ी संख्या में नौकरियां जा रही हैं वहीं इस साल होने वाली वार्षिक बढ़ोत्तरी भी नाममात्र की ही हुई है। जिसके चलते किराएदारों के लिए बढ़ा किराया दे पाना या फिर मकान मालिकों के लिए अधिक किराए पर किराएदार ढूंढ पाना दोनों मुश्किल भरा है। इसके चलते किरायेदार मौजूदा किराया समझौतों में भी बेहतर विकल्पों व मासिक किराए में किसी बढोतरी की मांग नहीं कर रहे हैं।
Latest Business News