बिटकॉइन पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने की ASSOCHAM ने उठाई मांग, फ्रॉड की जताई आशंका
ASSOCHAM के मुताबिक निवेशक अपनी बचत का बहुत बड़ा हिस्सा पूंजी बाजार में निवेश करने के बजाय बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं
नई दिल्ली। आभाषीय करेंसी बिटकॉइन की कीमतों में भारी उठापटक के बीच देश में इसपर रोक लगाने को लेकर मांग उठी है। उद्योग संगठन एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (ASSOCHAM) ने सरकार से मांग की है कि यह बिटकॉइन को रेग्युलेट करने के लिए या तो जल्दी से कोई पॉलिसी लाएं या फिर इसपर तुरंत रोक लगाए। ASSOCHAM ने बिटकॉइन को शेयर बाजार के लिए खतरा बताया है।
संगठन के मुताबिक बिटकॉइन की वजह से देश के पूंजी बाजार के लिए खतरा पैदा हो गया है। बिटकॉइन को बिना समझे और बिना इसके खतरे को जाने निवेशकों का रुझान इसकी तरफ बढ़ रहा है। निवेशक अपनी बचत का बहुत बड़ा हिस्सा पूंजी बाजार में निवेश करने के बजाय बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं। ASSOCHAM के मुताबिक अकेले भारत में ही औसतन 3500 नए यूजर बिटकॉइन के साथ जुड़े हैं।
ASSOCHAM के मुताबिक बिटकॉइन से आकर्षित होकर भारत में कई स्टार्टअप गैर कानूनी तरीके से इनिशियल कॉइन ऑफरिंग (ICO) के जरिए फंड जुटा रहे हैं। ICO प्रक्रिया में बिटकॉइन के जैसी आभाषीय मुद्रा स्टार्टअप में फंड जुटाने के लिए जटिल और कानूनी प्रक्रिया को छोड़कर गैर कानूनी और आसान तरीके से बिटकॉइन के जरिए फंड जुटाते हैं। इस प्रक्रिया में स्टॉर्टअप मालिक फंड देने वाले को उसके फंड के बदले में बिटकॉइन जैसी आभाषीय मुद्रा में हिस्सेदारी सौंप देता है। ASSOCHAM ने मांग की है फंड जुटाने की ICO प्रक्रिया पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए, अगर ऐसा नहीं होता है तो एक बड़ा फ्रॉड हो सकता है।
ASSOCHAM के मुताबिक बिटकॉइन के लिए भारत में कानूनी और रेग्युलेटरी व्यवस्था नहीं होने की वजह से सिर्फ निवेशकों के निवेश पर ही खतरा नहीं है बल्कि इससे भारत के आर्थिक मूल्य भी खतरे में हैं।
इस बीच बिटकॉइन की कीमतों में उतार चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है, सोमवार को वायदा बाजार में लिस्ट होने के बाद इसका भाव 18,000 डॉलर के स्तर तक चला गया था। हालांकि हाजिर मार्केट में भाव अभी इस स्तर तक नहीं गया है, सोमवार को हाजिर मार्केट में इसका भाव 17,399.19 की रिकॉर्ड ऊंचाई तक गया था और आज यह 16,908 पर कारोबार कर रहा है।