नयी दिल्ली। देश में सभी को मकान उपलब्ध कराने में कंपनियों की भूमिका समेत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में सहयोग पर विचार के लिये यहां दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में सस्ते मकान की परियोजनाओं को गति देने के उपायों पर भी चर्चा की जाएगी।
एशिया पैसेफिक हाउसिंग फोरम द्वारा 18-19 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित सम्मेलन के सातवें संस्करण में कारोबारी, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों, रीयल एस्टेट विकास से जुड़ी कंपनियों, आवास वित्त कंपनियों के प्रमुख और अन्य शामिल होंगे।
यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब सरकार ने 2022 तक सभी को मकान उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। एशिया पैसेफिक हाउसिंग फोरम की एक विज्ञप्ति के अनुसार सम्मेलन का विषय 'हाउसिंग इकोसिस्टम’ के लिए सहयोग को मजबूत करना है।
इस दो दिवसीय आयोजन में सस्ते आवास, सफाई, आवास एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उभर रही प्रौद्योगिकी, आपदा से निपटने व सामाजिक बदलाव में युवाओं की भूमिका तथा कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पर सत्र आयोजित किए जाएंगे।
हैबिटेट फॉर ह्यूमैनिटी इंडिया के प्रबंध निदेशक राजन सैम्यूल ने कहा कि एशिया पैसिफिक हाउंसिंग फोरम के 7वें संस्करण में जरूरतमंद समुदायों को सस्ते आवास मुहैया कराने की दिशा में कंपनी क्षेत्र की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला जाएगा।
भारत सरकार 2022 तक दो करोड़ सस्ते आवास मुहैया कराने की दिशा में प्रयासरत है। ऐसे में कॉर्पोरेट सेक्टर को अपने सीएसआर कार्यों में आवास निर्माण को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऐसा होने से सरकार के लक्ष्य को साकार करने में मदद मिलेगी।
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