नई दिल्ली। SBI अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य को एक साल का सेवा विस्तार मिला है। अधिकारियों के अनुसार, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में छह छोटे बैंकों के विलय उन्हीं की देखरेख में संपन्न होगा। एसबीआई के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी चेयरमैन को सेवा विस्तार दिया गया हो।
उल्लेखनीय है कि उनका कार्यकाल 6 अक्टूबर 2016 को समाप्त हो रहा था। एक वरिष्ठ एसबीआई अधिकारी ने बताया कि अरुंधति भट्टाचार्य अब 6 अक्टूबर 2017 तक बैंक की चेयरमैन बनी रहेंगी। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान पांच सहयोगी बैंकों का एसबीआई में विलय वाले चुनौतीपूर्ण काम को सही ढंग से प्रबंधन करने और बैंक की संपत्ति गुणवत्ता को स्थिर बनाए रखने की वजह से भी सरकार ने उनको यह सेवा विस्तार दिया है। पिछले महीने ही केंद्र सरकार ने SBI में छह बैंकों के विलय की मंजूरी दी थी।
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इन बैंकों का होना है SBI में विलय
• स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर
• स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर
• स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
• स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
• स्टेट बैंक ऑफ महाराष्ट्र
• भारतीय महिला बैंक
इनमें से तीन सहयोगी बैंक शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं। पांचों सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक का जो स्वरूप होगा वह दुनिया में सबसे बड़े बैंक से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगा। नए बैंक का संपत्ति आधार 37 लाख करोड़ रुपए (555 अरब डॉलर से अधिक) होगा। उसकी कुल 22,500 शाखाएं होंगी और 58,000 एटीएम होंगे तथा 50 करोड़ से अधिक ग्राहक होंगे। स्टेट बैंक में इससे पहले उसके दो अन्य सहयोगी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र और स्टेट बैंक ऑफ इंदौर का विलय हो चुका है।
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