मुंबई। देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक की पहली महिला चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य को फोर्ब्स पत्रिका ने वित्त क्षेत्र की पांचवी सबसे शक्तिशाली महिला बताया है। स्टेट बैंक ने एक बयान में बताया कि पिछले साल के मुकाबले अरूंधति पांच स्थान ऊपर चढ़कर इस साल सूची में पांचवे स्थान पर रही हैं।
इसके अलावा फोर्ब्स की विश्व की सौ सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में भी उन्हें 25वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस सूची में उद्यमी, निवेशक, वैज्ञानिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी इत्यादि क्षेत्रों में काम करने वाली शीर्ष महिलाओं के नाम संकलित किए गए थे।
विलय का विरोध करने वाले कर्मचारियों से बातचीत के बाद आशंका दूर हो जाएगी अरुंधति
स्टेट बैंक समूह की अध्यक्ष अरंधति भट्टाचार्य ने कहा है कि स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर का भारतीय स्टेट बैंक में विलय करने का विरोध करने वाले कर्मचारियों से बातचीत के बाद उनके मन से डर निकल जाएगा। भट्टाचार्य ने कहा कि विलय को मंजूरी सरकार को देनी है, मंजूरी मिलने के बाद स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर की भारतीय स्टेट बैंक में विलय की प्रक्रिया में है और इसमें एक साल तक का समय लगेगा। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि बैंक से हर साल करीब दस से तेरह हजार कर्मचारी सेवानिवृत होते है ऐसे में छंटनी का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि विरोध कर रहे कर्मचारियों के मन में डर है लेकिन जब बैठकर बात करेंगे तो उनके मन से यह डर दूर हो जाएगा।
भट्टाचार्य ने कहा कि बैंकों के डूबते कर्ज को कम करने और आर्थिक सुधार के काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है यह कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि जन धन योजना के तहत पचास से साठ हजार खाते खुल रहे है लेकिन इन खातों में लेन देन भी हो और खाताधारक अन्य बैंकिग योजनाओं का भी फायदा उठाए इसकी जरुरत है।
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