नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को बताया कि नोटबंदी की घोषणा के बाद 25 जनवरी 2017 को प्रधानमंत्री जनधन खातों में 64,914 करोड़ रुपए की धनराशि जमा थी जो नोटबंदी लागू होने की तिथि से 20,884 करोड़ रुपए अधिक है।
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जेटली ने लोकसभा में दिया जवाब
लोकसभा में चंदू लाल साहू के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत खोले गए खातों में जमा की जाने वाली राशि में 9 नवंबर 2016 की तिथि से वृद्धि हुई है।
- अरुण जेटली ने कहा कि 9 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री जनधन खातों में 44,034 करोड़ रुपए की धनराशि जमा थी, जो 25 जनवरी 2017 को 64,914 करोड़ रुपये दर्ज की.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य करने की घोषणा की थी।
जनधन खातों से निकासी की सीमा तय
- देश भर में कुल जनधन खातों की संख्या 26.68 करोड़ रुपए है।
- इन खातों का दुरुपयोग रोकने के लिए निकासी की मासिक सीमा 30 नवंबर से 10,000 रुपए तय की गई है।
- जनधन खातों में जमा की अधिकतम सीमा 50,000 रुपए है।
- 9 नवंबर को 500 और 1,000 रुपए के नोटों को अमान्य करार दिए जाने के बाद इन खातों में 45,636.61 करोड़ रुपए की राशि जमा थी।
- नोटबंदी की घोषणा के एक महीने के भीतर जनधन खातों में जमा राशि में 28,973 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ था।
- इस बीच, आधार से जुडे जनधन खातों की संख्या 11 जनवरी को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 15.36 करोड़ हो गई है, जो नोटबंदी के दिन 13.68 करोड़ थी।
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