फ्रैंकफर्ट। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर कहा कि विदेशों में अवैध खाते रखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पनामा दस्तावेजों में जिन लोगों के नाम है उन्हें आयकर विभाग ने पहले ही नोटिस भेज दिए हैं, जो जवाब आएंगे उनका मिलान आयकर रिटर्न के साथ किया जाएगा। इससे उनकी वैध अथवा अवैध होने का पता चल सकेगा।
जेटली ने कहा, आयकर विभाग ने उन सभी लोगों को नोटिस भेजा है जिनके नाम अब तक इसमें (पनामा दस्तावेजों) में आए हैं। अब उन लोगों से जवाब मिलेगा और उसके आधार पर ही विभाग यह तय करेगा कि कौन से खाते और संपत्तियों वैध हैं और कौन से अवैध रूप से रखी गई हैं। पनामा के दस्तावेजों में किए गए खुलासे की जांच के लिए सरकार ने विभिन्न एजेंसियों का एक समूह गठित किया है।
पनामा में पिछले माह जारी दस्तावेजों में अनेक भारतीय उद्योगपतियों, कलाकारों और प्रमुख अभिनेताओं सहित करीब 500 भारतीय की सूची जारी की गई है जिनके कथित तौर पर विदेशी कंपनियों में धन निवेश किया है। पनामा को कर चोरी के लिहाज से बेहद अनुकूल स्थान माना जाता है। वित्त मंत्री यहां एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की सालाना आम बैठक में भाग लेने पहुंचे हैं। पनामा दस्तावेज के सवाल पर उन्होंने कहा, जिनके नाम हैं उनके जवाब को उनके कर रिटर्न और कर रिकार्ड से मिलान किया जायेगा। इसमें जो वैध नहीं पाये जायेंगे उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
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