वाशिंगटन। केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि भारत की 7.5 फीसदी की मौजूदा विकास दर उसकी अपनी जरूरत के स्तर के हिसाब से काफी नहीं है। उन्होंने कहा, देश में बेहतर करने की क्षमता है। वहीं भारत के निर्यात में गिरावट पर चिंता जाहिर करते हुए जेटली ने कहा कि देश के विकास के मापदंड सही रास्ते पर हैं। सरकार समावेश के साथ सुधार के अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है और अपने सभी राजकोषीय मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा कर रही है।
भारत में विकास दर को बढ़ाने की क्षमता
अरूण जेटली ने एक वैश्विक अमेरिकी थिंक टैंक कार्नेगी एनडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में कहा , मौजूदा स्थिति में वैश्विक मापदंडों के अनुरूप 7.5 फीसदी (की विकास दर) के जरिए क्या हम बेहतर कर रहे हैं? जवाब हैं हां, लेकिन हमारी अपनी जरूरतों के मापदंडों के हिसाब से क्या हम पर्याप्त रूप से अच्छा कर रहे हैं? मुझे लगता है कि हम बेहतर कर सकते हैं।
जेटली विश्वबैंक, आईएफ की बैठकों में भाग लेने पहुंचे अमेरिका
जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्वबैंक की ग्रीष्मकालीन बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका पहुंचे हैं। यहां वह चीन और अमेरिका के वित्त मंत्रियों के साथ भी बैठकें करेंगे। अमेरिका के एक सप्ताह प्रवास के दौरान जेटली न्यूयार्क भी जाएंगे जहां वे भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने को लेकर निजी क्षेत्र की कंपनियों के प्रमुखों से मिलेंगे। जेटली अपनी वाशिंगटन यात्रा की शुरूआत शहर के नामी आर्थिक विचारकों से मिलेंगे। उनकी ये बैठकें ऐसे समय होने जा रही है जब कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष तथा विश्वबैंक ने भारत के लिये मजबूत वृद्धि का अनुमान जताया है जिससे वह इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा।
शुक्रवार को वह वित्त मंत्रियों तथा केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के जी-20 सत्र में भाग लेंगे। शनिवार को जेटली आईएमएफ तथा विश्वबैंक से संबद्ध बैठकों में भी भाग लेंगे। वह रविवार को न्यूयार्क के लिये रवाना होंगे जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। जेटली 20 अप्रैल को न्यूयार्क से वापस भारत के लिये रवाना होंगे।
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