टोक्यो। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने जीएसटी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अगर जीएसटी बिल पारित कराने में मदद नहीं करेंगी तो संसद में मतदान के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। हालांकि, जेटली को उम्मीद है कि संसद के आगामी मानसून सत्र में विपक्षी दल कांग्रेस स्वतंत्रता के बाद से अप्रत्यक्ष करों के क्षेत्र में होने वाले अब तक के सबसे बड़े सुधार को पारित कराने में मदद करेगी।
जीएसटी से सस्ती होंगी वस्तु और सेवाएं
जेटली ने कहा, जीएसटी लागू होने से पूरे देश का बाजार एक हो जाएगा। इसके लागू होने से विभिन्न उत्पादों पर कर के उपर कर लगने से बचा जा सकेगा जिससे वस्तु और सेवाएं सस्ती होंगी। इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक स्टडीज द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा, पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है जब भारत अपनी अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को तर्कसंगत बना रहा है।
एक भारत, एक टैक्स
जीएसटी का लक्ष्य भारत में एक समान बाजार बनाना है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं का हस्तांतरण आसानी से हो सके, टैक्स पर टैक्स लगने से रोका जा सकेगा, वस्तुएं एवं सेवाएं सस्ती हों और किसी को भी विशाल बाजार मुहैया कराया जा सकेगा जहां विश्व की आबादी का छठा हिस्सा रहता है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए छह दिन की यात्रा पर जापान आए जेटली ने कहा, जीएसटी से कराधान का स्तर कम होगा क्योंकि इसके बाद कर पर कर नहीं लगेगा। इससे कारोबार अपेक्षाकृत बहुत अधिक सशक्त होंगे।
Latest Business News