Apple का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर के पार, खरीद सकती है तीन-तीन पाकिस्तान
iPhone बनाने वाली कंपनी Apple गुरुवार को 1 लाख करोड़ डॉलर वाली लिस्टेड कंपनी बन गई है। आपको बता दें कि यह पहली लिस्टेड अमेरिकी कंपनी है जिसका बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ डॉलर से भी अधिक हो गया है।
नई दिल्ली। iPhone बनाने वाली कंपनी Apple गुरुवार को 1 लाख करोड़ डॉलर वाली लिस्टेड कंपनी बन गई है। आपको बता दें कि यह पहली लिस्टेड अमेरिकी कंपनी है जिसका बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ डॉलर से भी अधिक हो गया है। ये कंपनी एक बार में तीन पाकिस्तान खरीदने की कूवत रखती है। Apple भारत की दो सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और TCS से करीब 10 गुना बड़ी कंपनी है। विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया के 193 देशों में से सिर्फ 16 ही देश हैं जिनकी GDP Apple की मार्केट कैप से ज्यादा है, यानी 177 देशों से ज्यादा अमीर है एप्पल। Apple कंपनी की वैल्यू इस समय इंडोनेशिया की GDP के लगभग बराबर है।
Apple के शेयरों में गुरुवार को 2.8 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। मंगलवार को जब कंपनी ने अपनी जून तिमाही के परिणाम घोषित किए और तब से इसमें 9% की तेजी आई है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि कंपनी 20 अरब डॉलर के शेयर बायबैक करेगी। हालांकि, 2007 में चीन की कंपनी पेट्रोचाइना विश्व की पहली ऐसी कंपनी बनी जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर के पार गया था।
Apple के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स द्वारा एक गैरेज में शुरू की गई इस कंपनी की कमाई आज की तारीख में पुर्तगाल, न्यूजीलैंड सहित कई और देशों की अर्थव्यवस्था से आगे निकल चुकी है। आपको बता दें कि 1980 में Apple का IPO आया था और तब से इसके शेयरों में 50000% का उछाल आ चुका है। जबकि बेंचमार्क एस एंड पी 500 सूचकांक में 1980 से अबतक मात्र 2000% की तेजी आई है।
चीन की पेट्रोचाइना पहले ही कर चुकी 1 लाख करोड़ का मार्केट कैप पार
गुरुवार को Apple का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर पहुंचने से पहले 2007 में चीन की कंपनी पेट्रोचाइना 1 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण के स्तर को पार कर चुकी है। CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक 5 नवंबर 2007 को पेट्रोचाइना शंघाई स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुई थी और उसी दिन इसका मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर पार कर गया था।
इस दिन कंपनी के शेयर के दाम लगभग तिगुने हो गए थे। हांगकांग एक्सचेंज पर यह कंपनी पहले ही लिस्ट हो चुकी थी जहां इसके इसके शेयर और बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे। शेयर की कीमतों में आए उछाल से पेट्रोचाइना का मार्केट कैप शंघाई और हांगकांग स्टॉक एक्सचेंजों पर 1.1 लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया था। हालांकि, 2008 की वैश्विक मंदी के बाद इस कंपनी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।