नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली अमरीकी कंपनी एप्पल ने आईफोन 6s और 6s Plus के उत्पादन में कटौती करने का फैसला किया है। बिक्री घटने की वजह से कंपनी के पास स्टॉक बढ़ता जा रहा है। इसके कारण एप्पल ने जनवरी-मार्च की तिमाही में 30 फीसदी कम उत्पादन करेगा। इससे पहले कंपनी ने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए 6S और 6S Plus की कीमतें 16 फीसदी तक घटा चुकी है। गौरतलब है कि 2015 के दौरान एप्पल के इतिहास में पहली बार आईफोन की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। यही वजह है कि एप्पल के शेयर में अप्रैल 2014 से अब तक 25 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है।
लगातार बढ़ रहा है स्टॉक
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल सितंबर में लॉन्च हुए आईफोन 6S और 6S Plus स्टॉक ज्यादा हो गया है। इसको देखते हुए डीलरों को पुराने स्टॉक को बेचने के लिए कंपनी ने उत्पादन में कटौती करने का फैसला किया है। इस खबर के बाद एप्पल के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी बाजार में एप्पल के शेयरों करीब 2 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। कमजोर बिक्री के कारण पिछले साल अप्रैल के मुकाबले अब तक शेयर में 25 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। एप्पल के अलावा स्क्रीन और चिप बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट देखी गई है।
सप्लायर ने खोली एप्पल की पोल
मूर इनसाइट एंड स्ट्रेटजी के एनालिस्ट पैट्रिक मूरहेड ने कहा कि उन्हें उत्पादन में कटौती की खबरों पर यकीन नहीं है। उन्होंने कहा ”लगभग सभी क्षेत्रों में एप्पल की बाजार हिस्सेदारी बढ़ रही है और मुझे वैश्विक मंदी जैसी कोई बात नजर नहीं आती। दूसरी ओर ताइवान के एक सप्लायर ने बताया कि में मंदी मौजूदा सच्चाई है। उसने बड़ी बात यह कही कि हर साल चीनी में नए साल के मौके पर उत्पादन बरकरार रखते हुए कंपनी मजदूरों को ओवरटाइम देती थी, लेकिन इस बार फॉक्सकॉन ने नए साल पर छुट्टी दे दी है। इससे साफ पता चलता है कि आईफोन की मांग घटी है।
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