डीजीएडी ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि चीन से चीनी मिट्टी की टेबल और रसोईघर के सामान की औने पौने दाम पर भारतीय बाजार में झोंकने से घरेलू उद्योग को बड़ा नुकसान पहुंचा है, इन सामानों में चाकू एवं शौचालय में काम आने वाला सामान शामिल नहीं हैं। उसने कहा, निदेशालय ने यह जरूरी समझा और इन सामानों के आयात पर अंतरिम तौर पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करता है।
ऑल इंडिया पॉटरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन और इंडियन सेरामिक सोसायटी ने मामले में डंपिंग रोधी जांच की मांग करते हुए आवेदन दिया था। चीन से इस तरह के उत्पादों का कुल आयात 2012-13 के 5,519 टन से बढ़कर 2015-16 में 10,160 टन हो गया। डीजीएडी ऐसे मामलों में शुल्क लगाने की सिफारिश करता है जबकि वित्त मंत्रालय उसे लागू करता है।
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