नई दिल्ली। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने शुक्रवार को अरबों डॉलर के राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इसने उनकी कंपनी के खिलाफ राजनीतिक रूप से प्रेरित गलत आरोपों को झूठा साबित किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राफेल विमान सौदा मामले में अदालत की निगरानी में जांच संबंधी याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा कि इस सौदे की प्रक्रिया में कुछ भी संदेहजनक नहीं है। अदालत ने कहा कि विमानों की कीमत और राफेल विनिर्माण कंपनी दसॉल्ट द्वारा ऑफसेट साझेदार चुनने की उनकी पसंद पर सवाल करना अदालत का काम नहीं है और पीठ को इस मामले में कुछ भी संदेहजनक नहीं लगा।
राफेल की निर्माता कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने ऑफसेट दायित्वों को पूरा करने के लिए अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस लिमिटेड के साथ समझौता किया था। अंबानी ने एक बयान में कहा कि, मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करता हूं, इस फैसले से रिलायंस ग्रुप और मेरे खिलाफ आधारहीन और राजनीति से प्रेरित सभी आरोप गलत साबित हुए हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि सरकार ने ऑफसेट पार्टनर के तौर पर रिलायंस डिफेंस को चुनने के लिए दसॉल्ट एविएशन पर दबाव बनाया था। सरकार, रिलायंस डिफेंस और दसॉल्ट ने इन आरोपों को सिरे से नकारा था।
अंबानी ने कहा कि हम भरत की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में सरकार की मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया नीतियों की दिशा में अपने योगदान को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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