नई दिल्ली। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस पावर (Reliance Power) ने 30 जून को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 12.28 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ अर्जित किया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 1.88 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 2,062.59 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,137.10 करोड़ रुपये रही थी।
तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 1,971.21 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 2,054.83 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर का असर समाप्त होने के साथ ही विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन में राहत से आर्थिक गतिविधियों के दोबारा शुरू होने के चलते बिजली की मांग अपने सामान्य स्तर पर आ रही है। कंपनी ने कहा है कि वह महामारी की वजह से आर्थिक और वित्तीय जोखिमों का आकलन जारी रखेगी।
कंपनी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर ने बिजली की मांग, उपभोग मिश्रण, औसत टैरिफ रिएलाइजेशन, उपभोक्ताओं से बिल संग्रह और संबंधित राज्य सरकारों से सब्सिडी के स्तर में महत्वपूर्ण कमी के मामले में डिस्ट्रीब्यूशन यूटीलिटीज को प्रभावित किया। इससे बिजली उत्पादक कंनियों के मासिक बिल संग्रह पर भी बुरा असर पड़ा।
एक बयान में रिलायंस पावर ने कहा कि महामारी के बावजूद उसने अपने कर्ज में 1031 करोड़ रुपये की कमी की है और वह वित्त वर्ष 2021-22 में अपने कुल कर्ज में 3200 करोड़ रुपये की कमी लाएगी। कंपनी ने यह भी बताया कि उसके 3960 मेगावाट सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट ने 97.3 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) को हासिल कर लिया है।
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