नई दिल्ली। अमेरिका की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) की भारतीय इकाई अमेजन सेलर सर्विसेज (Amazon Seller Services) का घाटा वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 5,849.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी पंजीयक के पास दी गई सूचना के अनुसार अमेजन सेलर सर्विसेज को वित्त वर्ष 2018-19 में 5,685.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनियों के बारे में जानकारी देने वाले मंच टोफलर के अनुसार अमेजन सेलर सर्विसेज की आय 2019-20 में इससे पूर्व वित्त वर्ष के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ी है। इस दौरान कंपनी की कुल आय 10,847.6 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 में 7,593.5 करोड़ रुपये थी।
सूचना के अनुसार कंपनी उन्नत प्रौद्योगिकी और नए केंद्र (फुलफिलमेंट सेंटर) खोलने में निवेश जारी रखेगी। दस्तावेजों के मुताबिक, अमेजन सेलर सर्विसेस का कुल खर्च 25 प्रतिशत बढ़ा है। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 16,877.1 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2018-19 में 13,463.1 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने बताया कि कर्मचारी लाभ खर्च बढ़कर 1382.9 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 1183.3 करोड़ रुपये था। जबकि वित्तीय लागत 108.2 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 15.5 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 में विज्ञापन पर 2640.3 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह खर्च 2330.7 करोड़ रुपये था। अमेजन सेलर सर्विसेस ने कहा है कि वह अपने ग्राहकों और विक्रेताओं के लिए नए उत्पाद और सेवाओं को पेश करने में निरंतर निवेश करना जारी रखेगी।
अमेजन इस समय भारत में वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और स्नैपडील व पेटीएम मॉल से प्रतिस्पर्धा कर रही है। अमेजन इस समय फ्यूचर ग्रुप के साथ एक कानूनी विवाद में भी फंसी है। अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप द्वारा अपनी संपत्ति 24,713 करोड़ रुपये में रिलायंस को बेचने के समझौते को न्यायालय में चुनौती दी है।
जानकारी से पता चला है कि अमेजन सेलर सर्विसेस को 2019-20 में तीन किस्तों में 8400 करोड़ रुपये की पूंजी प्राप्त हुई है। अमेजन कॉरपोरेट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड और अमेजन डॉट कॉम इंक्स लिमिटेड ने अमेजन सेलर सर्विसेस में पिछले साल मई में 2800 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 3400 करोड़ रुपये की पूंजी दी थी। इस साल जनवरी में 2208.01 करोड़ रुपये की पूंजी डाली थी।
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