मुंबई। फ्यूचर समूह के संस्थापक किशोर बियानी ने कहा कि कंपनी में वैश्विक ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के निवेश का मकसद सिर्फ धन जुटाना नहीं बल्कि समूचे कारोबार के साथ जुड़ते हुए उसका हिस्सा बनना भी है। फ्यूचर समूह ने हाल ही में अमेजन द्वारा फ्यूचर कूपन में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण की घोषणा की है।
फ्यूचर कूपन, फ्यूचर रिटेल की प्रवर्तक कंपनी है। अमेजन ने बाद में फ्यूचर समूह में पूरी हिस्सेदारी खरीदने के विकल्प के साथ यह सौदा किया है। फ्यूचर रिटेल में फ्यूचर कूपन की कोई हिस्सेदारी नहीं है, बल्कि कंपनी ने हाल ही में उसमें 2,000 करोड़ रुपए के परिवर्तनीय वारंट खरीदे हैं। बियानी ने कहा कि हमारे पास हमारी कंपनी के साथ जुड़ने के लिए अभिदान वारंट हैं और हमें पैसा जुटाना था, इसलिए यह सौदा हुआ। अमेजन द्वारा हिस्सेदारी खरीदना कंपनी के कारोबारी वातावरण का हिस्सा बनने की एक रणनीति है।
उन्होंने कहा कि इस सौदे का प्राथमिक लक्ष्य दोनों कंपनियों के भुगतान पक्ष को मजबूत करना है। बियानी ने कहा कि हमारे पास 5.5 करोड़ ग्राहकों और आठ अरब के लेनदेन का डेटाबेस है। भुगतान एक ऐसा मंच है जहां हम ग्राहक आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि ग्राहक एक बार आपकी भुगतान प्रणाली का उपयोग शुरू कर देता है तो विश्वस्त बने रहने की संभावना बढ़ जाती है। यह (निवेश) कारोबार की नई प्रणाली में शामिल होने जैसा है।
उन्होंने कहा कि कंपनी मांग पर खाना आपूर्ति कारोबार के लिए वितरण केंद्र स्थापित करेगी। इस पर कंपनी की 1,000 करोड़ रुपए निवेश की योजना है। समूह की आपूर्ति श्रृंखला कारोबार कंपनी फ्यूचर सप्लाई सॉल्युशंस की देशभर में ऐसे 38 केंद्र खोलने की योजना है।
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