नई दिल्ली। S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि भारती एयरटेल द्वारा टाटा टेलिसर्विसेज के मोबाइल कारोबार के अधिग्रहण से उसके ग्राहकों की संख्या और राजस्व में वृद्धि होगी, लेकिन इससे ऐसे समय एकीकरण जोखिम पैदा हो सकता है जबकि सुनील मित्तल की अगुवाई वाली कंपनी टेलीनॉर के साथ भी परिचालन का एकीकरण कर रही है। हालांकि, S&P ने कहा कि टाटा समूह की कंपनी के अधिग्रहण की घोषणा के बाद एयरटेल की रेटिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हमारा मानना है कि यह सौदा भारती के एकीकरण जोखिम को बढ़ाएगा, क्योंकि कंपनी टेलीनॉर इंडिया के परिचालन के साथ इसे एकीकृत करेगी। एयरटेल ने पिछले साल टेलीनॉर का अधिग्रहण किया था।
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S&P ने कहा है कि उम्मीद है कि भारती एयरटेल इस जोखिम से निपट लेगी क्योंकि वह पहले भी अफ्रीकी बाजारों में इस तरह के सौदे का सफलतापूर्वक प्रबंधन कर चुकी है। इस नकद रहित और कर्ज मुक्त अधिग्रहण से भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या और बाजार हिस्सेदारी क्रमश- 31.9 फीसदी और 40.60 फीसदी बढ़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून 2017 को समाप्त हुई तिमाही में एयरटेल की ग्राहक और राजस्व बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 27.7 फीसदी और 34.8 फीसदी थी।
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किसी दूसरे उद्योग विश्लेषक की तरह ही S&P का मानना है कि इस सौदे के बाद भारती एयरटेल और आइडिया सेल्युलर तथा वोडाफोन के विलय से बनने कई कंपनी के बीच का अंतर काफी कम रह जाएगा।
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