एयरटेल नेक्सट्रा 3 गुना करेगी अपने डेटा केंद्र की क्षमता, 5000 करोड़ रुपये निवेश की योजना
कंपनी 10 बड़े डेटा केंद्रों समेत 120 से अधिक एज डेटा केंद्रों का संचालन करती है। कंपनी अगले 5-6 महीनों में मौजूदा डेटा केंद्रों में 40 मेगावाट क्षमता जोड़ने की योजना बना रही है
नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल की सब्सिडियरी कंपनी नेक्सट्रा ने बृहस्पतिवार को जानकारी दी है वह 2025 तक अपनी डेटा केंद्र क्षमता को तीन गुना करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी इसके लिए हाइपरस्केल परिसर स्थापित करेगी और साथ ही डेटा केंद्र चलाने में पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा की हिस्सेदारी को वर्तमान में 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करेगी।
एयरटेल कारोबार के निदेशक और सीईओ अजय चितकारा ने कहा, ‘‘हम अपने डेटा केंद्रों के विस्तार के लिए 5,000 करोड़ रुपये का नया निवेश कर रहे हैं। कुछ काम पहले ही शुरू हो चुका है। एक संगठन के रूप में हम एक इकोसिस्टम बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो 70 और शहरों में हमारी पहुंच बढ़ाएगा।’’ कंपनी फिलहाल 10 बड़े डेटा केंद्रों समेत 120 से अधिक एज डेटा केंद्रों का संचालन करती है। कंपनी अगले 5-6 महीनों में मौजूदा डेटा केंद्रों में 40 मेगावाट क्षमता जोड़ने की योजना बना रही है। सीईओ ने जानकारी दी कि नेक्स्ट्रा की आय और Carlyle के निवेश का इस्तेमाल विस्तार के लिये किया जायेगा। साथ ही उन्होने कहा कि अगर और रकम की जरूरत पड़ती है तो कंपनी फंड के लिये बाजार में भी उतर सकती है।
योजना के मुताबिक कंपनी चेन्नई, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, बैंग्लुरू, नोएडा और कोलकाता में नये डेटा सेंटर खोलेगी। कंपनी ने अनुमान दिया है कि चेन्नई का डेटा सेंटर अक्टूबर से शुरू हो जायेगा वहीं मुंबई में डेटा सेंटर की शुरुआत अगले 18 महीने में होगी। कोलकाता में डेटा सेंटर 2024 तक शुरु होगा। वहीं कंपनी की योजना पुणे में अपना सबसे बड़ा डेटा सेंटर स्थापित करने की है। योजना के बारे में आगे बात करते हुए सीईओ ने कहा कि कोलकात हमारे ग्रोथ के क्षेत्रों में शामिल है, और यहां स्थापित होने वाला डेटा सेंटर पड़ोसी देशों के लिये भी एक हब की तरफ काम करेगा। हम लक्ष्य लेकर चल रहे हैं कि ये सभी डेटा सेंटर अगले 3 से 4 साल के अंदर तैयार हो जाएं। उन्होने उम्मीद जताई है कि अगले 3 साल में भारत डेटा सेंटर का प्रमुख केन्द्र बनेगा। उन्होने कहा कि अगले कुछ सालों में क्लाउड तकनीक में बढ़त के साथ भारत में डेटा सेंटर की मांग तेज होगी। इसके साथ ही उन्होने उम्मीद जताई कि नई तकनीक जैसे 5 जी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स के साथ साथ अर्थव्यवस्था में तेजी के साथ आने वाले दिनों में प्रति व्यक्ति डेटा की खपत बढ़ेगी। इससे पहले जेएलएल की एक रिपोर्ट मे कहा गया था कि भारत की डेटा सेंटर इंडस्ट्री की स्थापित क्षमता 2023 तक दोगुना होने का अनुमान है।
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