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Hindi News पैसा बिज़नेस Airtel Payments Bank ने बनाई पश्चिम बंगाल में विस्‍तार की योजना, EEPC ने जताई इस्पात कीमतों में बढ़ोतरी पर चिंता

Airtel Payments Bank ने बनाई पश्चिम बंगाल में विस्‍तार की योजना, EEPC ने जताई इस्पात कीमतों में बढ़ोतरी पर चिंता

कंपनी ने बताया कि राज्य के 12,500 से अधिक ऐसे गांव, जहां बैंक नहीं हैं, वहां अब एयरटेल पेमेंट बैंक के साथ औपचारिक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हैं।

Airtel स्‍टोर पर एक उपभोक्‍ता कम्‍प्‍यूटर मशीन का इस्‍तेमाल करते हुए।- India TV Paisa Image Source : FILE PHOTO Airtel स्‍टोर पर एक उपभोक्‍ता कम्‍प्‍यूटर मशीन का इस्‍तेमाल करते हुए। (चित्र प्रतीकात्‍मक)

नई दिल्‍ली। एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल में तेजी से अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है ताकि दूरदराज के गांवों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने और राज्य में वित्तीय समावेशन में योगदान किया जा सके। कंपनी ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में उसका 30,000 से बैंकिंग केंद्रों का नेटवर्क है और वह मार्च 2021 तक राज्य में अपने बैंकिंग केंद्रों को 50 प्रतिशत बढ़ाने की योजना बना रही है। ये केंद्र पड़ोस के लोगों को छोटे स्तर पर बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराते हैं।

कंपनी ने बताया कि राज्य के 12,500 से अधिक ऐसे गांव, जहां बैंक नहीं हैं, वहां अब एयरटेल पेमेंट बैंक के साथ औपचारिक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हैं। एयरटेल पेमेंट्स बैंक के सीओओ गणेश अनंतनारायणन ने कहा कि राज्य में अपनी पैठ को मार्च 2021 तक 50 प्रतिशत बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। यह राज्य में सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा और इन बैंकिंग केंद्रों के जरिए बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को सेवाएं दी जाएंगी, जिनकी बैंकों तक पहुंच नहीं है।

इस्पात की कीमतों में बढ़ोतरी पर गहरी चिंता: ईईपीसी इंडिया

भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) ने बुधवार को कहा कि हाल में इस्पात की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी से देश के इंजीनियरिंग निर्यात पर विपरीत असर पड़ रहा है। ईईपीसी इंडिया ने कहा कि इंजीनियरिंग निर्यात को पहले ही कोविड-19 के चलते चुनौतीपूर्ण वैश्विक बाजार का सामना करना पड़ रहा है। ईईपीसी इंडिया ने बुधवार को कहा कि भारत का इंजीनियरिंग निर्यात अप्रैल-अक्टूबर 2020-21 के दौरान 14 प्रतिशत घट गया।

ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष महेश देसाई ने एक बयान में कहा कि इंजीनियरिंग निर्यातक इस्पात की बढ़ती कीमतों से बेहद चिंतित हैं। पिछले छह महीनों में हॉट रोल क्वाइल जैसे उत्पादों की कीमतें 35,000 रुपये प्रति टन से बढ़कर 42,000 रुपये प्रति टन हो गई हैं, जो इंजीनियरिंग उद्योग के लिए एक जरूरी कच्चा माल है। उन्होंने कहा कि अन्य आवश्यक धातुओं की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा कठिन होती जा रही है।

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