नई दिल्ली। सस्ती दर पर विमानन सेवा देने वाली एयर एशिया इंडिया की 2018 तक बेड़े का आकार बढ़ाकर 20 करने की योजना है। इसके साथ कंपनी अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर परिचालन के लिए पात्र हो जाएगी। एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यकारी अमर अबरोल ने कहा कि एयरलाइन जल्दी ही अपने बेड़े में आठवां विमान जोड़ेगी। कंपनी ने रियो ओलंपिक और पैरालंपिक में भारतीय स्वर्ण पदक विजेता को जीवन पर्यन्त मुफ्त उड़ान तथा रजत पदक एवं कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: पांच साल और तीन साल के लिए मुफ्त उड़ान सेवा उपलब्ध कराने की भी घोषणा की है।
एबरोल ने कहा, हमारी योजना को एयर एशिया के निदेशक मंडल ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत 2017 या 2018 तक विमानों के बेड़े की संख्या बढ़ाकर 20 करने की योजना है। हम जल्द-से-जल्द 20 विमान चाहते हैं। इससे हम अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर सेवा दे सकेंगे। 2018 के अंत तक मुझे लगता है कि हमारे पास 20 विमानों का बेड़ा होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी विस्तार योजना को अमली जामा पहनाने के लिए जल्दी ही लाखों डॉलर निवेश करेगी। हालांकि उन्होंने राशि का खुलासा नहीं किया है।
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निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के बोइंग 737 विमानों के बेड़े के पायलट अपने उड़ान परिचालन के लिए कॉकपीट में आईपैड का इस्तेमाल करेंगे। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी को इसके लिए आईपैड के इस्तेमाल की अनुमति दी है। अब कंपनी के 1000 से अधिक पायलट उड़ान परिचालन के लिए कॉकपिट में छपे हुए दस्तावेजों के बजाये आईपैड का इस्तेमाल कर सकेंगे।
डीजीसीए के मौजूदा नियमों के अनुसार इन पायलटों को उड़ान परिचालन नियामवली से लेकर उपकरणों की सूची तक अनेक तरह के दस्तावेज साथ रखने होते हैं। जेट एयरवेज ने एक बयान में कहा है कि उक्त आईपैड में यह दस्तावेज व अन्य जरूरी चार्ट वगैरह पहले से ही बने होंगे। कंपनी 500 चालक दल सदस्यों को पहले ही इस बारे में प्रशिक्षण दे चुकी है। कंपनी के बेड़े में 77 बोइंग 737 विमान हैं।
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