नयी दिल्ली। भयंकर घाटे से जूझ रही सरकार एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया ने कर्ज चुकाने के लिए अपने 9 ड्रीमलाइनर बेच दिए हैं। एयर इंडिया ने विमानों को पट्टे पर देने वाली एक सिंगापुरी फर्म को ये ड्रीमलाइनर विमान बेचे हैं। सूत्रों के मुताबिक इस सौदे से एयर इंडिया को 7,000 करोड़ रुपए हासिल हुए हैं। इस धन का एक बड़ा हिस्सा बोइंग 787-800 विमानों की खरीद के लिए पूर्व में लिए गए कर्जों की भरपाई के लिए किया जाएगा।
विमान बेचकर लीज पर लिए वापस
हालांकि ये ड्रीमलाइनर एयर इंडिया के पास ही रहेंगे। कंपनी ने एक एसएलबी समझौते के तहत बेचे गए विमानों को वापस लीज पर ले लिया है। इस व्यवस्था के तहत संपत्ति बेचने वाली कंपनी इसे खरीदार से लॉन्ग टर्म के लिए लीज पर ले लेती है। बिना मालिकाना हक के वह इसका निरंतर इस्तेमाल करती रहती है। एयर इंडिया के बेड़े में 131 विमान हैं जिसमें बोइंग, एयरबस और एटीआर विमानों के अलावा सीआरजे भी शामिल हैं। इनमें से 21 विमान बोइंग 787-800 के हैं।
पहले भी एयर इंडिया बेच चुकी है 12 विमान
विमान बेचकर दोबारा लीज पर लेने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी, एयर इंडिया ने इसी तरह की एक व्यवस्था के तहत 12 ड्रीमलाइनर विमान बेचकर इन्हें वापस पट्टे पर लिया था। एयर इंडिया के सूत्रों ने बताया, इस सौदे से प्राप्त कुल रकम में से करीब 6,000 करोड़ रपये का इस्तेमाल विमानों की खरीद के समय लिए गए कर्ज के पेमेंट में किया जाएगा और बाकी 1,000 करोड़ रपये का इस्तेमाल अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
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