नई दिल्ली। सरकारी क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया ने वित्त वर्ष 2017-18 (मार्च–अप्रैल) में कमाई में 20 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है और कंपनी प्रति विमान उड़ान की अवधि बढ़ाने की योजना बना रही है। एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि उनकी एयरलाइन इस समय अपने उड़ान मार्गों का विश्लेषण कर रही है और उसका प्रयास है कि प्रति विमान उड़ान की अवधि बढ़ायी जा सके और ज्यादा उड़ानें परिचालित की जा सकें।
प्रदीप सिंह खरोला के मुताबिक 2017-18 में एयर इंडिया की कमाई करीब 3,000 करोड़ रुपए दर्ज की गई है जो 2016-17 की समान अवधि की तुलना में करीब 20 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि कंपनी के खर्च ऊंचे बने हुए हैं। खरोला को उम्मीद है कि तेल अवीव जैसे नए विदेशी मार्गों के शुरू होने से कंपनी की आय में वृद्ध होगी। एयर इंडिया की आय में विदेशी मार्गों का योगदान 70 प्रतिशत है।
खरोला ने कहा कि कंपनी परिचालन और अधिक दक्ष बनाना चाहते हैं। हम अपने मार्गों का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि अधिक कमाई वाले मार्गों पर ध्यान दिया जा सके। नागर विमानन महानिदेशालय के अनुसार मार्च 2018 में बाजार में एयर इंडिया का हिस्सा 13.4 प्रतिशत था। एयर इंडिया के बेड़े में 150 विमान हैं। इसके पास अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर प्रति सप्ताह 2,500 से अधिक और घरेलू मार्गों पर 3,800 उड़ानों के अवसर प्राप्त हैं।
सरकार ने इसकी 76 प्रतिशत हिस्सेदारी किसी चुनिंदा भागीदार को देने का निर्णय किया है। इसके खरीदार को प्रबंधकीय नियंत्रण भी दिया जाएगा। कर्ज के बोझ तले दबी इस एयरलाइन को 2016-17 में 298.03 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हुआ था पर विभिन्न प्रावधानों के बाद उस साल कंपनी 5,765.16 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इससे एक साल पहले कंपनी का शुद्ध घाटा 3,836.77 करोड़ रुपये और परिचालन लाभ 105 करोड़ रुपये था।
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